Up Kiran, Digital Desk: ज्योतिष की दुनिया बहुत गहरी और दिलचस्प है. हमारी जन्म कुंडली में 12 घर होते हैं और हर घर हमारी जिंदगी के किसी न किसी हिस्से के बारे में बताता है. आज हम बात करेंगे छठे घर की, जिसे सुनकर अक्सर लोग थोड़ा घबरा जाते हैं. इसे रोग, कर्ज, दुश्मन और संघर्ष का घर माना जाता है.
लेकिन क्या हो जब इस घर में बुध ग्रह आकर बैठ जाए? बुध, जो हमारी बुद्धि, हमारी बातचीत करने की कला, हमारे तर्क और हमारे व्यापार का प्रतीक है. जब ऐसा होता है, तो यह हमारी जिंदगी पर कैसा असर डालता है? क्या यह अच्छा है या इसमें सावधानी बरतने की जरूरत है? चलिए, इसे बहुत ही आसान शब्दों में समझते हैं.
जब बुध छठे घर में अच्छा फल देता है (सकारात्मक प्रभाव)
दिमाग ही सबसे बड़ा हथियार: ऐसे लोगों का दिमाग बहुत तेज और तार्किक होता है. वे अपनी बातों और दलीलों से अपने दुश्मनों को चुप करा देते हैं. ये लोग बहस में बहुत माहिर होते हैं और किसी भी समस्या की जड़ तक बहुत जल्दी पहुँच जाते हैं. नौकरी में माहिर: यह योग नौकरी (सर्विस) के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. ऐसे लोग अपने काम में बहुत कुशल होते हैं, खासकर उन कामों में जहाँ दिमाग का इस्तेमाल ज्यादा होता है, जैसे - वकालत, अकाउंटिंग, मेडिकल फील्ड, लेखन या एडिटिंग. ये लोग हर चीज को बहुत बारीकी से देखते हैं. समस्याओं को सुलझाने की कला: इनकी जिंदगी में अगर कोई मुश्किल आती है, तो ये घबराते नहीं हैं. बल्कि अपने तेज दिमाग से उसका कोई न कोई हल निकाल ही लेते हैं. ये लोग बहुत अच्छे योजनाकार होते हैं. बोलने की ताकत: इनकी वाणी में एक ऐसी ताकत होती है कि ये मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति को भी अपनी बातचीत से संभाल लेते हैं. ये लोग अपनी बातों से दूसरों को आसानी से प्रभावित कर सकते हैं.
जब बुध छठे घर में परेशानी देता है (नकारात्मक प्रभाव)
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. अगर कुंडली में बुध कमजोर या किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में हो, तो कुछ मुश्किलें भी आ सकती हैं.
अपनी ही वाणी से नुकसान: कभी-कभी इनका तेज बोलना या हर बात में तर्क करना ही इनके लिए मुसीबत बन जाता है. लोग इन्हें जरूरत से ज्यादा आलोचक समझने लगते हैं, जिससे इनके रिश्ते खराब हो सकते हैं और अनजाने में दुश्मन बन जाते हैं. सेहत से जुड़ी चिंता: बुध का संबंध हमारी त्वचा और नर्वस सिस्टम से भी होता है. कमजोर बुध के कारण त्वचा से जुड़ी कोई एलर्जी, चिंता, तनाव या नसों से जुड़ी कोई परेशानी हो सकती है. कर्ज की स्थिति: कभी-कभी हिसाब-किताब में छोटी सी गलती या किसी की बातों में आकर गलत फैसला लेने से ये लोग कर्ज में उलझ सकते हैं. रिश्तों में तनाव: इनका ज्यादा विश्लेषण करने वाला स्वभाव मामा पक्ष (ननिहाल) या भाई-बहनों के साथ रिश्तों में थोड़ी दूरियां ला सकता है.
क्या हैं सरल उपाय?
अगर आपको छठे घर में बैठे बुध की वजह से कोई परेशानी महसूस हो रही है, तो ज्योतिष में कुछ बहुत ही सरल उपाय बताए गए हैं:
भगवान गणेश की पूजा: बुध ग्रह के देवता भगवान गणेश हैं. हर बुधवार को उन्हें दूर्वा (घास) चढ़ाने और उनके मंत्रों का जाप करने से बुध मजबूत होता है. प्रकृति से जुड़ें: अपने घर में हरे पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें. गाय को हरा चारा खिलाना भी एक बहुत अच्छा उपाय है. दान करें: किसी जरूरतमंद student को पढ़ाई की चीजें दान करें या बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल दान करें. वाणी पर संयम: कुछ भी बोलने से पहले एक बार सोचें. अपनी तेज बुद्धि का इस्तेमाल दूसरों की मदद के लिए करें, उन्हें नीचा दिखाने के लिए नहीं. कुल मिलाकर, छठे घर में बैठा बुध एक तेज तलवार की तरह है. अगर आप इसका सही इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपको दुश्मनों और मुश्किलों से बचाता है, लेकिन अगर लापरवाही की तो यह खुद को भी घायल कर सकता है.
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