
नई दिल्ली॥ बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत तथा महाराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना के बीच सुशांत केस को लेकर शुरू हुई बयानबाजी में बीएमसी ने उनके ऑफिस पर JCB चला दिया। एक्ट्रेस को मुंबई न आने की चेतावनी मिली तो मोदी सरकार ने Y कैटेगरी की सुरक्षा दे दी।
एक्ट्रेस मुंबई भी पहुंचीं और कड़े सुरक्षा घेरे में निरंतर भाषणों के तीर चलाकर वापस मनाली भी लौट गईं। बीजेपी एक्ट्रेस रनौत के साथ खड़ी नजर आई। अब उप्र सरकार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश द्विवेदी भी कंगना के समर्थन में खुलकर आ गए हैं। डॉक्टर द्विवेदी ने कंगना को सही ठहराते हुए कहा है कि एक महिला, एक कलाकार की वाणी का मुकाबला करने के लिए महाराष्ट्र की सरकार बेशर्मी पर उतर आई है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार को जनता माफ नहीं करेगी। कंगना के साथ दुश्मन जैसा वयवहार किया जा रहा है। पूरी महाराष्ट्र सरकार एक तरफ और जनता दूसरी तरफ खड़ी है। जनता टीवी देख रही है, न्यूजपेपर पढ़ रही है और समझ रही है कि कंगना के साथ जो हो रहा है, वह गलत है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी सिर्फ कुछ लोगों के लिए है? देश के वे बुद्धिजीवी आज कहां चले गए, जो पुरस्कार वापस करते थे?
योगी सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब देश को तोड़ने की बात कही जाए, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाएं तो अभिव्यक्ति की अजादी होनी चाहिए। और जब एक फीमेल आर्टिस्ट जिसने संघर्ष कर एक मुकाम बनाया है, वह किसी दूसरे कलाकार की मृत्यु पर हत्या की संभावना व्यक्त करती है तो सरकार उसके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करेगी। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई को कायराना हरकत बताया और कहा कि पब्लिक इसका उत्तर देगी।