ईरान ने कोरोना संकटकाल के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ बड़ा कदम उठा लिया है. बता दें कि ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है। इसके साथ ही, ईरान के टॉप जनरल कासिम सुलेमानी की बगदाद में ड्रोन हमले में शामिल दर्जनों अन्य लोगों के खिलाफ भी वारंट निकालते हुए इन्हें पकड़ने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है।
वहीँ स्थानीय अभियोजक ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। गौरतलब है की न्यूक्लियर डील में तेहरान के साथ अमेरिका के पीछे हटने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, ऐसे में इरान के इस नए कदम से तनाव और बढ़ेगा। हालांकि, इससे ट्रंप को गिरफ्तारी का कोई खतरा नहीं है।
गौरतलब है कि तेहरान के अभियोजक अली अलकासीमहर ने कहा कि ईरान ने तीन जनवरी को बगदाद में हुए हमले में ट्रम्प और 30 से अधिक अन्य लोगों के शामिल रहने का आरोप लगाया है। उसी हमले में जनरल कासिम सोलेमानी की मौत हो गई थी।अर्ध-सरकारी संवाद एजेंसी आईएसएन की खबर के अनुसार अलकासीमर ने ट्रंप के अलावा किसी अन्य की पहचान नहीं की।
लेकिन जोर दिया कि ईरान ट्रंप का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी अभियोजन को जारी रखेगा। फ्रांस के लियोन में स्थित इंटरपोल ने टिप्पणी के अनुरोध पर तत्काल कोई जवाब नहीं दिया। ऐसी संभावना नहीं है कि इंटरपोल ईरान के अनुरोध को स्वीकार करेगा क्योंकि उसके दिशानिर्देश के अनुसार वह किसी “राजनीतिक प्रकृति के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता है।