नई दिल्ली॥ HOTEL इंडस्ट्री की चर्चित कम्पनी OYO के कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि कम्पनी अगले तीन से चार महीनों में हिंदुस्तान में 1,200 अन्य कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है। हिंदुस्तान के अलावा चीन में भी कम्पनी कर्मचारियों की संख्या कम करेगी। यहां बता दें कि स्टार्टअप कम्पनी OYO हिंदुस्तान और चीन में बजट HOTEL सर्विस मुहैया कराती है।
रिपोर्ट के अनुसार, OYO चाइना में कार्यरत 12,000 कर्मचारियों में से 5 प्रतिशत को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। वहीं हिंदुस्तान में कार्यरत 10 हजार कर्मचारियों में से 12 फीसदी की छंटनी की जा चुकी है। जिन विभागों में छंटनी हुई है उनमें सेल्स, सप्लाई और ऑपरेशन शामिल हैं। इसके अलावा आने वाले तीन से चार महीने में 1200 अन्य कर्मचारियों की भी छंटनी होगी।
रितेश अग्रवाल द्वारा स्थापित फर्म OYO ने एक बयान में कहा, “हम काम करने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक हैं। इसकी एक महत्वपूर्ण वजह निरंतर कर्मचारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन, ईनाम और पहचान करने की हमारी क्षमता रही है।” बहरहाल, OYO के अंदर का ये संकट मासायोशी सोन की सॉफ्टबैंक के लिए चिंता बढ़ाने वाला है।
इस कम्पनी को सॉफ्टबैंक ने विजन फंड के जरिए 1.5 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट किए हैं। कम्पनी की वैल्यू फिलहाल 10 बिलियन डॉलर है। वहीं OYO रूम्स के पास एक लाख से अधिक कमरे हैं। बता दें कि ‘ओरावल’ नाम से शुरू हुई वेबसाइट का नाम साल 2013 में OYO रूम्स दिया गया। इसकी शुरुआत रितेश अग्रवाल ने की थी। बहुत कम वक्त में इस स्टार्टअप को पहचान और सॉफ्टबैंक का सपोर्ट भी मिल गया।