टेनिस : टोक्यो ओलिंपिक में विमेंस डबल्स में भारत से अंकिता रैना और सानिया मिर्जा की जोड़ी ने ही क्वालिफाई किया है। सारे देश की निगाहें इस जोड़ी पर लगी है। उम्मीद है कि किता रैना और सानिया मिर्जा की जोड़ी भारत को टेनिस में मेडल दिलाएगी। बताते चलें कि यह अंकिता रैना का पहला और सानिया मिर्जा का यह तीसरा ओलिंपिक है।
तलवारबाजी : इस बार के ओलिंपिक में भारत को तलवारबाजी में भी उम्मीदें हैं। भवानी देवी ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली देश की पहली तलवारबाज हैं। कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप में भवानी देवी भारत को गोल्ड दिला चुकी हैं। भवानी देवी 2017 में आईसलैंड में टर्नोई सैटेलाइट फेंसिंग चैंपियनशिप में देश के लिए गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं।
जूडो : जूडो में भारत का सारा दारोमदार सुशीला देवी पर हैं। सुशीला देवी टोक्यो ओलिंपिक में जूडो में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली इकलौती खिलाड़ी हैं। उन्होंने एशियाई कोटे से ओलिंपिक के लिए 48 किलोग्राम कैटेगरी में क्वालिफाई किया है। सुशीला देवी वर्ष 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं।
जिम्नास्टिक : टोक्यो ओलिंपिक में जिमनास्टिक में भारत का प्रतिनिधित्व प्रणती नायक करेंगी। प्रणती नायक के पहले दीपा करमाकर ने रियो 2016 ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था, हालांकि वे मेडल नहीं जीत पाईं और चौथे स्थान पर रही थीं। प्रणती नायक वर्ष 2011 में एशियन आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
वेटलिफ्टिंग : 26 साल की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू टोक्यो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। चानू ने 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा लिया था। इस बार वे 49 किलो वेट कैटेगरी में मेडल की प्रबल दावेदार हैं। मीराबाई चानू वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-4 पर हैं। मीराबाई चानू से देश को ढेर सारी उम्मीदें हैं।