अमेरिका और ईरान के तनाव के बीच 167 निर्दोष लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. ईरान सरकार अपनी गलती मनाने के साथ ही अब अमेरिका यूक्रेन ईरान पर चढ़ाई कर दी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को मांग की कि ईरान यूक्रेनी एयरलाइनर को गिराने के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करे और इसके लिए मुआवजे का भुगतान करे।
गौरतलब है कि उन्होंने कहा कि – हम उम्मीद करते हैं कि ईरान आरोपियों को ढूंढ निकाले। उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा कि नुकसान के मुआवजे का भुगतान भी किया जाए। बता दें कि तेहरान ने शनिवार को स्वीकार किया कि उसने बुधवार को भूल से यूक्रेन इंटरनेश्नल एयरलाइन के हवाईजहाज को गिरा दिया है। जिसके कारण विमान में बैठे सभी 176 लोगों की मौत हो गई। इराक में अमेरिकी बलों की मेजबानी करने वाले ठिकानों पर मिसाइलों के प्रक्षेपण के दौरान ये भूल हुई।
इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि हमें उम्मीद है कि जांच बिना किसी देरी के और बिना किसी बाधा के आगे बढ़ाई जाएगी। उन्होंने 45 यूक्रेनी विशेषज्ञों की पूरी जांच तक पहुंच का आग्रह किया। ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को कहा था कि तेहरान को “इस विनाशकारी गलती का गहरा अफसोस है”। यूक्रेन ने कहा कि शुक्रवार को ईरान भेजे गए उसके विशेषज्ञों को फ्लाइच के ब्लैक बॉक्स, प्लेन से मलबा, क्रैश साइट और पायलट और एयरपोर्ट कंट्रोल टॉवर के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग तक पहुंच दी गई थी।
वहीं ईरान की आधिकारिक आईआरएनए समाचार एजेंसी ने सेना के एक बयान को प्रकाशित करते हुए कहा कि बोइंग 737 को एक “शत्रुतापूर्ण विमान” के रूप में समझा गया जब दुश्मन के खतरे उच्चतम स्तर पर थे। तेहरान ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूक्रेन, कनाडा और अन्य लोगों को दुर्घटना जांच में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने कहा है कि उस हादसे में मारे गए लोग जिन देशों के थे उनकी सरकारों को हर संभव सहायता दी जाएगी। इसमें यूक्रेन और संबद्ध देशों तथा बोइंग कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे और मिलकर जांच करेंगे तथा इन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ प्रकाशित किया जाएगा।