उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सिजन कांड में आरोपी डॉ. कफील खान को इलाहाबाद हाई कोर्ट से राहत मिलते ही प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार का घेराव शुरू हो गया है. आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी ने हाई कोर्ट के फैसले को जहां ‘दमनकारी’ सत्ता के मुंह पर करारा तमाचा करार दिया है।
वहीं कांग्रेस ने योगी सरकार से उम्मीद जताई है कि वह जल्दी ही डॉ. कफील खान को रिहा करेगी। गौरतलब है कि कांग्रेस लंबे समय से डॉ. कफील की रिहाई को लेकर यूपी सरकार से मांग कर रही थी। हालांकि, इसके बावजूद डॉ. कफील को कोर्ट से ही राहत मिली है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने मामले में फैसला सुनाते हुए योगी सरकार के डॉ. कफील पर लगे एनएसए को भी कोर्ट ने रद्द कर दिया है।
वहीँ साथ ही सरकार को आदेश दिया है कि वह डॉ. कफील को तत्काल रिहा करे। इसके बाद से ही योगी सरकार पर इसे लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी ने हाई कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि डॉ. कफील की रिहाई का आदेश दमनकारी और अत्याचारी सत्ता के मुंह पर करारा तमाचा है। दंभी भूल जाते हैं कि न्यायालय इंसाफ के लिए खुले हैं। राजनीतिक लाभ और नफरत की राजनीति के तहत कार्रवाई करने वाले सीएम (योगी आदित्यनाथ) माफी मांगें।