img

UP News: रामाधार उर्फ धरुआ कंजड़ की कहानी एक अद्भुत और चौंकाने वाली घटनाओं से भरी हुई है। उसने 30 सालों तक पुलिस को चकमा देने में सफलता पाई, मगर अंततः एक चूक के कारण वो गिरफ्त में आ गया।

यूपी के बरेली जिले के जलालाबाद गांव का निवासी रामाधार एक शातिर अपराधी है, जिस पर लूट, हत्या, हत्या के प्रयास और चोरी जैसे गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। उसकी आपराधिक गतिविधियों की लंबी सूची के कारण पुलिस ने 1993 में उसके विरुद्ध गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। इसके बाद से वह फरार रहा और कोर्ट ने उसके विरुद्ध स्थाई वारंट जारी किया।

पुलिस से बचने के लिए रामाधार ने साधु का वेश धारण कर लिया। उसने अपने बाल और दाढ़ी बढ़ा ली और हरियाणा में रहने लगा। इसके बावजूद पुलिस उसकी तलाश करती रही। हाल ही में उसकी मां की मृत्यु की सूचना पर वो घर लौटा, जिससे पुलिस को उसकी लोकेशन का पता चला।

अफसरों ने उसके घर पर छापा मारा और साधु के वेश में उसे अरेस्ट कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने पुलिस से बचने के लिए यह वेश बनाया था। वो भिक्षा मांगने के साथ-साथ अपने गैंग के साथ मिलकर चोरी की वारदातें भी करता रहा।

इस मामले ने यह साबित कर दिया कि अपराधी चाहे कितनी भी चालाकी से बचने का प्रयास करें, अंततः कानून का हाथ उन्हें पकड़ ही लेता है। रामाधार की गिरफ्तारी उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो कानून को अपने हाथ में लेना चाहते हैं।
 

--Advertisement--