UP News: सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं और आशा कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों की बदौलत रामपुर में गर्भवती महिलाएं दाइयों या घर पर प्रसव कराने के बजाय अस्पताल में प्रसव कराने का विकल्प चुन रही हैं। बीते 90 दिनों में जिला महिला अस्पताल में प्रसव की संख्या लगभग डबल हो गई है, जो सरकारी कोशिशों की मेहनत को दर्शाता है।
प्रसव दर में इजाफा
अगस्त से अक्टूबर तक जिला महिला अस्पताल में प्रसव की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है। अगस्त में 274 प्रसव दर्ज किए गए, जो सितंबर में बढ़कर 273 और अक्टूबर में 298 हो गए। यह ऊपर की ओर रुझान सरकारी अस्पतालों द्वारा दी जाने वाली प्रसव सेवाओं में बढ़ते विश्वास का संकेत देता है। अब परिवारों को माताओं और उनके शिशुओं दोनों के लिए अस्पताल में प्रसव की सुरक्षा और स्वास्थ्य लाभों के बारे में शिक्षित किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनवर सादात के मुताबिक, हॉस्पिटल में प्रसव के लिए सभी अहम सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, शल्य चिकित्सा द्वारा प्रसव की संख्या में कमी आई है, जो सामान्य प्रसव में वृद्धि का एक आशाजनक संकेतक है। जिला प्रशासन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि अस्पताल में यथासंभव अधिक से अधिक प्रसव हों, ताकि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद मिल सके।
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