देहरादून॥ सुप्रीम कोर्ट (SC) के हस्तक्षेप और निर्देशों के बाद उत्तराखंड ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि अगर अन्य प्रदेशों से गंगाजल की मांग की जाती है, तो उसके लिए सभी व्यवस्था की जाएगी। किस स्तर पर टैंकरों की व्यवस्था की जाएगी?
इसी के साथ उत्तराखंड के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि भेष बदलकर आने वाले कांवड़ियों को कैसे रोका जाए? कांवड़ यात्रा पर देशव्यापी प्रतिबंध की आशंका के चलते दूसरे राज्यों से कांवड़ियों ने सादे भेष में हरिद्वार पहुंचने की तरकीब शुरू कर दी है और उनकी पहचान करना एक बड़ी समस्या बन गई है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव का हवाला देते हुए एक ट्वीट में लिखा, ‘कांवर मेले के दौरान अगर राज्यों से गंगाजल लाने की मांग की जाती है, तो हम पूरा सहयोग करेंगे. पानी के टैंकरों के जरिए हरिद्वार से गंगाजल लाने की अनुमति दी जाएगी।
आपको बता दें कि उत्तराखंड ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है जबकि उत्तर प्रदेश ने मंजूरी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दखल देते हुए यूपी से जवाब मांगा और साथ ही कहा कि गंगाजल की व्यवस्था की जाए. इस संदर्भ में पहले भी हरिद्वार प्रशासन ने टैंकरों से व्यवस्था करने की बात कही थी।