लाहौर॥ पाकिस्तान में इन दिनों अशांति फैली हुई है। दरअसर, मौलाना साद रिजवी की गिरफ्तारी (Arrest) के बाद पाक में हो रहे विरोध प्रदर्शन में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के मध्य हुई खूनी झड़प में एक पुलिस अधिकारी तथा 12 लोगों के मरने व 40 जख्मी होने की खबर है।
मौलाना साद की तरफ से इस्लामाबाद से फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित (Expelled) करने और फ्रांस से सभी सम्बंध खत्म करने की मांग करने पर उनको अरेस्ट कर लिया गया था।
लाहौर में इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान के प्रमुख मौलाना साद रिजवी की सोमवार को हुई गिरफ्तारी के विरोध में समर्थकों ने सोमवार रात और मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गुलाम मुहम्मद डोगर ने बताया कि लाहौर के समीप शहादरा कस्बे में हुए टकराव में 10 पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए रिजवी की गिरफ्तारी की गई है। रिजवी को हिरासत में लेने के तुरंत बाद ही देश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने हाईवे और सड़क जाम कर दिया। अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर मौलाना साद की गिरफ्तारी पर पाकिस्तान में इतना दंगा फसाद क्यों हो रहा है।
इस्लामी पार्टी के चीफ मौलाना साद रिजवी ने सरकार को धमकी देने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। रिजवी ने हजरत मुहम्मद की तस्वीर प्रकाशित कर उनका अपमान करने के लिए फ्रांस के राजदूत को देश से बाहर नहीं निकालने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन की धमकी दी थी।