अजब-गजब ।। मंगल सौरमण्डल में सूर्य से चौथा ग्रह है। पृथ्वी से इसकी आभा रक्तिम दिखती है, जिस वजह से इसे “लाल ग्रह” के नाम से भी जाना जाता है। सौरमण्डल के ग्रह दो तरह के होते हैं – “स्थलीय ग्रह” जिनमें ज़मीन होती है और “गैसीय ग्रह” जिनमें ज्यादातर गैस ही गैस है। पृथ्वी की तरह, मंगल भी एक स्थलीय धरातल वाला ग्रह है।
आप सभी लोगो को यह जानकर बेहद हैरानी होगी क्योकि साइंटिस्टों को मंगल ग्रह पर एक रहस्यमई छेद नजर आ रहा है। विज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर जीवन के कुछ सुराग मिल सकते हैं। हम आपको बता दें कि यह 35 मीटर व्यास वाले छेद के पास कई गुफाओं का पता चला है, जिससे वैज्ञानिक भी हैरान है।
जब NASA के साइंटिस्टों ने इसका विश्लेषण किया, जिसमें उन्हें यह पता चला कि गुफा लगभग 20 मीटर गहरी है। हम आपको बता दे कि साइंटिस्टों को इस रहस्यमई छेद के पास ऑक्सीजन के संकेत भी मिले है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दे कि अभी तक साइंटिस्टों को मंगल ग्रह पर पानी, पृथ्वी के समान मौसम में बदलाव, कम मात्रा में ऑक्सीजन और मीथेन का पता चला है।
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एक शोध के मुताबिक, कभी मंगल ग्रह पर भी जीवन मौजूद था लेकिन वहा उस सभ्यता के आपस में परमाणु युद्ध हुआ जिससे वहा की सभ्यता समाप्त हो गयी। साइंटिस्टों ने कहा कि उन्हें मंगल ग्रह पर रेडिएसन के संकेत मिले है और साइंटिस्टों की मंगल ग्रह पर जीवन की तलाश अभी जारी है।
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