विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दी बड़ी चेतावनी, बद से भी बदतर हो सकती हैं हालात

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न्यूयॉर्क॥ पूरे विश्व में ग्लोबल संकट का रूप लेता जा रहा कोविड-19 आज हर किसी के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन चुका है हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से संक्रमण ही नहीं बल्कि मौत का आंकड़ा भी निरंतर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कुछ भी कह पाना और भी मुश्किल हो चुका है कि कोविड-19 से प्रकोप से कब तक निजात मिल सकता है।

वहीं हाल ही में WHO प्रमुख टेड्रॉस गेब्रियसेस ने कहा है कि यूरोप में भले ही कोविड-19 की स्थिति सुधरने लगी है लेकिन दुनिया के 75 प्रतिशत तक मामले साउथ एशिया और अमेरिका के दोनों महाद्वीपों से आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते 10 दिनों में नौ दिन एक लाख से ज्यादा मामले हर रोज रिकॉर्ड हुए हैं।

जहां ये संकट और भी बदतर रूप लेती जा रही है। छह माह से भी ज्यादा वक्त संकट को बीत चुका है लेकिन कोई भी देश राहत की सांस नहीं ले पाया है। उन्होंने कहा, अमेरिका के बाद ब्राजील इस महामारी का हॉटस्पॉट बन चुका है। इस बीच, रैमन मैग्सेसे पुरस्कार देने वाले मनीला स्थित फाउंडेशन ने मंगलवार को कहा है कि कोविड-19 ने पूरे विश्व को ठप कर दिया है, ऐसे में हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि पिछले 60 वर्षों में यह तीसरा मौका है जब इस अवॉर्ड समारोह को रद्द करने का फैसला लिया गया है।

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मिली खबर के मुताबिक, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने दावा किया है कि कोविड-19 पीछे वर्ष अगस्त की शुरुआत में ही चीन के वुहान में फैलने लगा था। हॉस्पिटल में मरीजों के जाने के पैटर्न की सैटेलाइट तस्वीरों और सर्च इंजन से प्राप्त डाटा पर किए रिसर्च में ये निष्कर्ष सामने आया।

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