उत्तर प्रदेश॥ रिहा होने के बाद डॉ. कफील खान ने कहा कि उप्र सरकार उन्हें किसी अन्य मामले में फंसा सकती है। दरअसल कफील खान के मुताबिक, योगी प्रदेश सरकार ‘राजधर्म’ नहीं करती है बल्कि वह ‘बाल हठ’ का काम करती थी।
वह उनको किसी अन्य मामले में भी फंसाने के लिए कोशिश कर सकती है। दरअसल, इलाहाबाद अदालत ने बीते मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत डॉ. की हिरासत को रद्द किया है। उसके बाद कोर्ट ने उनकी फौरन रिहाई का आदेश दिया, जो अब हो चुकी है। डॉ. के वकील इरफान गाजी ने एक वेबसाइट से वार्तालाप में बताया कि मथुरा जेल प्रशासन ने रात लगभग 11 बजे सूचना दी कि डॉ. कफील खान को आजाद कर दिया जाएगा और लगभग आधी रात को उन्हें छोड़ दिया गया।
रिहाई के बाद पीटीआई से बात करते हुए डॉ. कफील ने कोर्ट को धन्यवाद दिया और कहा कि मैं हमेशा अपने सभी शुभचिंतकों का शुक्रगुजार रहूंगा, जिन्होंने मेरी रिहाई के लिए आवाज उठाई। सरकार रिहाई के लिए तैयार नहीं थी, मगर लोगों की प्रार्थना से मुझे रिहा कर दिया गया है।
तो वहीं दूसरी ओर डॉ खान ने हाल ही में कहा कि रामायण में महर्षि वाल्मीकि जी ने बताया था कि राजा राज धर्म के लिए कार्य करना चाहिए। मगर राज्य में राजा राज धर्म तो नहीं कर रहे हैं मगर हाँ वह बाल हठ (बच्चों की तरह जिद्दी) कर रहे हैं।