हिंदुस्तान के सामने अचानक आ गई एक बड़ी चुनौती, कैसे निपटेंगे पीएम मोदी

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नई दिल्ली ।। ब्रिटेन ने बुधवार को कहा कि उसने क्रिश्चियन मिशेल की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण की परिस्थितियों पर भारत से तत्काल जानकारी मांगी है। क्रिश्चियन मिशेल जो इस मामले में कथित मध्यस्थ है, उस पर 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले मामले में जो रिश्वत के आरोप लगाए गए हैं।

बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल एक ब्रिटिश राष्ट्रीय है जिसे भारतीय एजेंसियों द्वारा संयुक्त अरब अमीरात में गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार की रात को भारत प्रत्यर्पित किया गया था।

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यूपीए शासन के दौरान हुए अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे में कथित मध्यस्थ मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित होने के एक दिन बाद नई दिल्ली में एक विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने उसे पांच दिन की हिरासत में भेज दिया था। उधर ब्रिटेन ने कहा है कि इस मामले में उसने भारत सरकार से विस्तृत जानकारी मांगी है।

ब्रिटेन के विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमारे कर्मचारी संयुक्त अरब अमीरात में मिशेल की हिरासत के बाद ब्रिटिश व्यक्ति के रूप में उनका और उनके परिवार का समर्थन करना जारी रखेंगे।” प्रवक्ता ने कहा, “हम मिशेल के परिवार और एमिरेट अधिकारियों के संपर्क में हैं, और उनको गिरफ्तार किये जाने की परिस्थितियों में भारतीय अधिकारियों से तत्काल जानकारी मांग रहे हैं।”

बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल ने सभी आरोपों का खंडन किया है और आरोप लगाया है कि सीबीआई चाहती है कि वह गांधी परिवार के नाम ले लें। हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा इस दावे को अस्वीकार कर दिया गया। सीबीआई अभियोजक डी पी सिंह ने अदालत में कहा कि मिशेल को “गहरी साजिश” और मामले में धन का पता लगाने के लिए हिरासत में लिया गया है।

मामले के सामने आने के बाद भारत ने इटली स्थित फिनमेक्निकिका फर्म की ब्रिटिश सहायक एजेंट अगस्ता वेस्टलैंड के साथ वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति के लिए अनुबंध को तोड़ दिया है। 2010 में शुरू किया गया सौदा 1 जनवरी, 2014 को खत्म कर दिया गया था।

फोटो- फाइल

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