उत्तर प्रदेश ।। सपा संस्थापक के पुत्र एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समर्थन में आए यूपी के कैबिनेट मंत्री ने सरकारी आवास को लेकर जारी नोटिस पर निशाना साधा है।
दरअसल, योगी के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बंगले के विवाद पर वाराणसी सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि जब भी हम या कोई अन्य सरकारी आवास में ठहरता है तो जाने के बाद जांच होती है। कहीं कोई कुण्डी, जग या तौलिया लेकर तो नहीं भागा। लेकिन इतने दिन बाद जांच क्यों?
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उन्होंने आगे कहा कि मैं कमरा नंबर एक में रुका हूं। अगर एक महीने बाद कोई यह कहे कि ओमप्रकाश राजभर यहां से तौलिया चुरा ले गए तो कोई मानेगा। ऐसे में जब कोई कमरा खाली करें या बंगला खाली करें तो उसकी सुपुर्दगी की जाती है।
उसके बाद कर्मचारी और अफसर चेक करते हैं कि किसी मंत्री का या किसी रहने वाले का कोई सामान तो नहीं छूट गया या कुछ झटके में चला तो नहीं गया। यह उनकी जिम्मेदारी है, जो लोग वहां पर रख रखाव में लगे थे।
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आपको बता दें कि भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के कैबिनेट मंत्री होने के नाते वह भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आए दिन निशाना साधते रहते हैं।