उत्तराखंड ।। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के हिंदुस्तान दौरे से कई उम्मीदें लगाई जा रही हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में उनकी यह पहली यात्रा है। पोम्पियो ने हाल ही में पीएम मोदी को लोकसभा इलेक्शन में जीत की बधाई देते हुए ‘मोदी है तो मुमकिन’ वाला नारा बोलकर सबको चकित कर दिया। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि इस कार्यकाल में मोदी सरकार से अमेरिका का विशेष जुड़ाव देखने को मिलेगा।
आतंकवाद, अफगानिस्तान , इंडो-पैसिफिक, ईरान, व्यापार के मुद्दे और बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंध को लेकर बुधवार को अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ हिंदुस्तान से चर्चा करेंगे। पोम्पियो की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ दोपहर के भोजन के बाद बैठक होनी है, पोम्पियो जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए अगले दिन ओसाका रवाना होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
मोदी सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति पर चल रही है। जी-20 सम्मेलन से पहले पाकिस्तान के मसले पर पोम्पियो से बातचीत कर मोदी अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे। हिंदुस्तान और अमेरिका दोनों का मत है कि पाकिस्तान तय समय में अपने यहां पनप रहे आतंकवाद का खात्मा करें।
हिंदुस्तान की सीमा पर चाइना और पाकिस्तान दोनों पड़ोसी देश बड़ा खतरा हैं। हिंदुस्तान रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली हासिल करना चाहता है। वहीं अमेरिका इस समझौते के खिलाफ है। उसका कहना है कि रूस के बजाय हिंदुस्तान को अमेरिका से आधुनिक हथियारों की मदद लेनी चाहिए। ऐसे में हिंदुस्तान रूस के साथ हुए समझौते को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा।