नई दिल्ली।। लोकसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी को फिर कांग्रेस ने झटका दिया है।
दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह लवली 9 महीने बाद फिर कांग्रेस में शामिल हो गये।
अप्रैल, 2017 में MCD चुनाव से पहले टिकट बंटवारे से नाराज होकर लवली भाजपा में चले गए
थे। घर वापसी के बाद लवली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। लवली ने कहा,
“कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाना मेरे लिए खुशी का मौका नहीं था। पीड़ा में लिया हुआ एक
फैसला था। विचारधारा के हिसाब से मैं वहां (भाजपा) में फिट नहीं था।”
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वहीँ दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने इस पर कहा कि “मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि वो
(अरविन्द सिंह लवली) वापस आ गये हैं। आखिर में उन्होंने एहसास किया कि अपना घर ही
सबसे अच्छा होता है।”
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गौरतलब है कि लवली के कांग्रेस छोड़ने को गलत बताते हुये शाली दीक्षित ने दिल्ली कांग्रेस
प्रेसिडेंट अजय माकन पर हार का ठीकरा फोड़ा था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में सुधार की
जरूरत है। मौजूदा स्टेट प्रेसिडेंट तक पार्टी के नेताओं की पहुंच नहीं है, किसी से सलाह नहीं
लेते। यहीं पार्टी छोड़ने की वजह है।”
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बता दें कि अरविंदर सिंह लवली की गिनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में की जाती है और उन्हीं की अगुआई में कांग्रेस ने वर्ष 2014 विधानसभा इलेक्शन लड़ा था। हार के बाद माकन को दिल्ली की कमान सौंपी गई।
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माकन को प्रेसिडेंट बनाने पर लवली समेत अन्य कांग्रेसी और बड़े नेता नाखुश थे। लवली पूर्व सीएम शीला दीक्षित के करीबी माने जाते हैं। वह गांधी नगर से विधायक रहे। शीला दीक्षित सरकार में वह शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
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पिछले साल MCD चुनाव से पहले टिकट बंटवारे से लवली काफी नाराज थे। इसमें अजय माकन ने पार्टी के बड़े नेताओं को दरकिनार कर दिया था। तब कई कांग्रेसियों ने भाजपा और आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था।
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बता दें कि दिल्ली में 23 अप्रैल, 2017 को MCD के तीन नगर निगमों के लिए वोटिंग हुई थी, जिसके नतीजे 26 तारीख को घोषित किये गये। इनमें भाजपा ने तीनों सीटों पर कब्जा कर लिया था।
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