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नई दिल्ली ।। गुजरात का किला फतेह करने के बाद BJP की नजर अब यूपी मिशन 2019 में है। यहीं BJP ने इसकी तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। पार्टी रणनीतिकारों ने संगठन से लेकर सरकार तक पुनर्गठन में की तैयारी शुरू कर दी है।

इनाम व पद पाने के बावजूद प्रभाव न छोड़ पाने वाले लोगों को विश्राम या उनके पर कतरने की संभावना है। मकर संक्रांति के बाद नए मिशन पर काम शुरू हो जाएगा। जिससे कार्यकर्ताओं को समायोजित कर उन्हें संतुष्ट किया जा सके और आगे की लड़ाई के लिए तैयार कर लिया जाए।

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गुजरात चुनाव कई कारणों से BJP के लिए नाक का सवाल बन गया था। पार्टी के रणनीतिकार जानते थे कि ये सिर्फ गुजरात में जीत-हार नहीं तय करेंगे बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी एवं BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गृह प्रदेश होने के नाते पूरे देश में भगवा टोली की राजनीति को प्रभावित करेंगे और माहौल बनाएंगे। इसलिए BJP ने वहां पूरी ताकत झोंक दी। किसी दूसरे राज्य पर फोकस नहीं किया।

तो वहीं उत्तर प्रदेश में भी नहीं जो लोकसभा चुनाव की 80 सीटों के नाते महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर, वहां के चुनाव के बाद BJP के रणनीतिकारों के लिए मिशन 2019 में जुटना लाजिमी हो गया है। जिससे आगे की चुनौतियों से पार पाने और 2014 के परिणामों को दोहराने या उन्हें और बेहतर बनाने के एजेंडे पर काम किया जा सके।

फोटोः फाइल

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