लखनऊ ।। RSS ने BJP सरकार से लेकर संगठन तक फेरबदल की जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अलग-अलग जिम्मेदारी निभाने वालों के मुल्यांकन का काम पूरा कर लिया गया है और इसके परिणाम घोषित करने की तैयारी हो रही है।
बताया जा रहा है कि परिणाम मकर संक्रांति बाद परिणाम सामने आने लगंगे। बुधवार को यहां अलग-अलग चरण में बैठक की गई और इसपर विचार हुआ। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय, संगठन मंत्री सुनील बंसल के अलावा BJP के कई दिग्गज नेताओं के साथ उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी इस बैठक का हिस्सा रहे। जबकि संघ ने सीएम आवास पर संपन्न हुई समन्वय बैठक पर मंथन किया।
बतौर सरकार के प्रतिनिधि दिनेश शर्मा के सामने संगठन की अपेक्षाएं प्रस्तुत की हैं। इसमें कार्यकर्ताओं की तरफ से आने वाली शिकायतों से लेकर, जिला स्तर पर प्रशासन की तरफ से शिकायतों पर बिंदुवार चर्चा हुई है। इसके समाधान को लेकर काफी लम्बी मंत्रणा हुई।
समन्वयक बनाये गए उन नामों पर भी चर्चा की गई जो जिले में कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीँ मंत्री अनुपमा जायसवाल और कई संगठन के मंत्री भी इस दौरान चर्चा में शामिल हुए और सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा भी दिया गया।
जबकि RSS की ओर से किरकिरी कराने वाले नेताओं और मंत्रियों को लेकर नाराजगी भी जाहिर की गई। उन्होंने फजीहत कराने वाले मंत्रियों को लेकर अपनी बात सरकार और BJP संगठन के पदाधिकारियों के सामने रखी।
संघ ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि ऐसा चलने वाला रवैया नहीं होना चाहिए और जिम्मेदारी समझनी होगी। बिना इजाजत के गैरवाजिब बयान देने वालों पर भी संघ के तेवर तीखे रहे जिसपर सरकार ने कुछ घटनाओं को संज्ञान में लेने की बात कहकर स्पष्टीकरण दिया।