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लखनऊ ।। 2019 में होने वाले चुनाव भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए महागठबंधन की रणनीति करबीन तय होती नजर आ रही है।

यदि उत्तर प्रदेश यूपी की बात करें तो इस गठबंधन में सपा-बसपा के साथ कांग्रेस और आरएलडी शामिल होंगे। इसकी शुरूआत फूलपुर, गोरखपुर संसदीय उपचुनाव से हो गई है। अब कैराना और नूरपुर उपचुनाव में भी यही रणनीति अपनाई जा रही है। तो आईये जानते कांग्रेस को कितनी सीटें
मिलेंगी।

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जहां तक 2009 के लोकसभा परिणाम का सवाल है तो सपा-बसपा और कांग्रेस के बीच 1-2 सीटों का ही अंतर रहा था तब। आंकड़े बताते हैं कि तब 26 प्रतीशत वोटर्स की पसंद बनने वाली कांग्रेस को 21, सपा को 22 तथा बसपा को 20 सीटें मिली थीं, इस क्रम से अगर देखा जाए तो 80 में से इस
बार भी सपा सबसे अधिक सीटों की डिमांड करेगी।

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ऐसे में अगर सभी 80 सीटों पर महागठबंधन चुनाव लड़ता है, तो सपा के खाते में 30-35 सीट आ सकती है जबकि बसपा भी इतनी ही सीटों पर दावा पेश कर सकती है। कांग्रेस के नए नेतृत्व को अपनी हकीकत पता है इस लिहाज से वह ज्यादा सीटों की डिमांड भी नहीं करेंगे। इस लिहाज से
कांग्रेस को अमेठी, रायबरेली के अलावा वाराणसी, शाहजहांपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, मिर्जापुर, बाराबंकी, डुमरियागंज, जैसी सीटें मिलनी तय मानी जा रही हैं।

फोटोः फाइल

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