नई दिल्ली ।। Air Strike के बाद हिंदुस्तान को जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका निर्मित F-16 लड़ाकू का इस्तेमाल किया। हिंदुस्तान के खिलाफ F-16 लड़ाकू विमान यूज करने पर पाकिस्तान फंस गया है।
F-16 लड़ाकू जेट के दुरुपयोग को लेकर अमेरिका ने इसके लिए पाकिस्तान सरकार से जवाब मांगा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि पाकिस्तानी सेना ने शर्तों का उल्लंघन किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी जानकारी में यह मामला सामने आया है कि पाकिस्तान ने विमान समझौते का उल्लंघन किया है। हम इससे संबंधित जानकारी मांग रहे हैं’। उधर, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोन फॉल्कनर ने कहा कि F-16 लड़ाकू विमान के समझौते की जानकारी को हम सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। लेकिन इस बात से हम अवगत हैं कि पाकिस्तान ने इसका इस्तेमाल हिंदुस्तान के खिलाफ किया है।
दरअसल, अमेरिका ने पाक को F-16 लड़ाकू विमान आतंक विरोधी अभियान के लिए दिया था। 80 के दशक में अमेरिका ने F-16 विमानों को पाकिस्तान को दिया था। शर्तों के अनुसार, बिना अमेरिका की अनुमति के पाकिस्तान F-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई में नहीं कर सकता। इसका इस्तेमाल आत्मरक्षा में किया जा सकता है, लेकिन हमले के लिए नहीं।
F-16 अमेरिका में बना लड़ाकू विमान है और इसमें लगने वाली एमरॉम मिसाइल भी अमेरिका में ही बनती है। अपने इस विमान के इस्तेमाल के लिए अमेरिका की शर्तें होती हैं। नियमानुसार पाकिस्तान को दूसरे देश के खिलाफ इसका इस्तेमाल करने से पहले अमेरिका की इजाजत लेनी होगी।
नियमों का उल्लंघन होने पर अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही भी कर सकता है। इसकी वजह से ही पाकिस्तान काफी सहमा हुआ है। गुरुवार को जो सुबूत हिंदुस्तान की तरफ से पेश किए गए हैं वह इस बात को पुख्ता कर रहे हैं कि यह विमान F-16 थे।