नई दिल्ली॥ जम्मू-कश्मीर सीमा से सटे तंगधार, उरी और उसके आसपास के इलाकों में पाकिस्तान नागरिकों पर हमले कर पूरी तरह दहशत फैलाने की फिराक में हैं। इनकी कोशिश है कि 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के औपचारिक तौर पर केंद्र शासित प्रदेश के गठन से पहले पूरे इलाके में अशांति फैला दें।
रविवार को सेना की कार्रवाई के ताजा आकलन के मुताबिक, जिन छह लॉन्च पैड को तबाह किया गया, वहां हरेक पर 15 से 20 आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में थे। सूत्रों के मुताबिक पीर पंजाल के उत्तर में तंगधार सेक्टर ऐसा इलाका है, जो पीओके से कश्मीर पहुंचने का सबसे छोटा रास्ता है। पाकिस्तानी सेना ने तंगधार सेक्टर पर फोकस किया, ताकि बर्फबारी से पहले आतंकियों की घुसपैठ करा सके।
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सीमापार से हो रही गोलाबारी से घाटी के लोगों की चिंता बढ़ गई है। घाटी के घरों और फसलों को नुकसान हुआ है। स्थानीय निवासी परवेज अहमद ने कहा, हम सो रहे थे जब जोरदार धमाकों की आवाजें आनी लगीं। हम घर से बाहर आए तो देखा कि खेतों में आग लगी है। सब तहस-नहस हो चुका है। परवेज ने कहा, हम डरे हुए हैं पता नहीं कब दोबारा गोलाबारी शुरू हो जाए। हमारे घरों में रखा अनाज, खाने-पीने का सामान नष्ट हो गया है।
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