लखनऊ।। समाजवादी पार्टी (SAMAJWADI PARTY) के सिद्धार्थनगर के नेताओं ने अखिलेश यादव की साफ छवि को काफी नुकसान पहुंचाया है। यहां पर सपा के नेता गोलबंदी कर चुनाव जीतने के लिए नहीं टिकट बेंचने और पैसा कमाने के लिए लगे हुए थे।
यही वजह रही कि सिद्धार्थनगर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को नगर पालिक अध्यक्ष के चुनाव में 2 हजार वोट भी नहीं मिले।
बताया जा रहा है कि यहां पर खुद को अखिलेश यादव का करीबी बताने वाले पूर्व सपा विधायक विजय पासवान और उनके प्रतिनिधि अब्दुल कलाम सिद्धिकी ने सपा नेता व नगर पालिका अध्यक्ष रहे एसपी अग्रवाल से 15 लाख रुपए की मांग कर डाली। इसके बाद एसपी अग्रवाल ने चुनाव लड़ने से ही मना कर दिया। इसके साथ ही यहां पर नगर पालिका अध्यक्ष के टिकट की बिक्री को लेकर खुला खेल खेला गया।
सूत्रों का यह भी कहना है कि संजय कसौधन को 35 लाख रुपए में इन नेताओं ने टिकट बेच दिया था। इसमें समाजवादी पार्टी के कार्यालय में बड़े पद पर काम कर रहे एक नेता का भी हाथ बताया जा रहा है।
पूरा मामला गंभीर होने की वजह से यहां पर समाजवादी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता भी हैरान हैं। हालांकि अखिलेश यादव ने अब पार्टी के अंदर भितरघात करने वाले और पैसा लेकर टिकट की पैरवी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इन नेताओं पर भी गाज गिरेगी।
सुनिए पूर्व सपा विधायक विजय पासवान के प्रतिनिधि अब्दुल कलाम सिद्दीकी ने किस तरह नगर पालिका अध्यक्ष पद के टिकट के लिए एसपी अग्रवाल से 15 लाख रुपए रुपए की मांग की थी।
एक ओर जहां पूर्व विधायक विजय पासवान का प्रतिनिधि 15 लाख की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी ओर नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए खुद विजय पासवान 5 लाख रुपए में नगर पालिका सीट के लिए सौदा कर रहे हैं।