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लखनऊ।। मिशन 2019 को लेकर पिछड़े वर्गों को जोड़ने की कवायद में जुटी भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग सम्मलेन में विश्वकर्मा वंशियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। हालाँकि विश्वकर्मा समाज के नेताओं द्वारा इस कार्यक्रम को विश्वकर्मावंशीय सामाजिक प्रतिनिधि सम्मलेन नाम दिया गया था जबकि मौके पर लगे बड़े पोस्टरों में विश्वकर्मावंशीय शब्द गायब था जिसको लेकर विश्वकर्मा समाज के लोगों में सुगबुगाहट देखी गयी।

कार्यक्रम के प्रचार प्रसार में बड़े जोर-शोर से यह खबर फैलाई गयी थी कि मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। लेकिन कार्यक्रम मुख्यमंत्री के न आने से विश्वकर्मा समाज अपने को ठगा महसूस कर रहा था। इसके अतिरिक्त विश्वकर्मावंशीय लोग इस कार्यक्रम में इस उम्मीद से भी आये थे कि 17 सितम्बर को विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर सरकार फिर से सार्वजनिक अवकाश बहाली की घोषणा करेगी।

यहाँ भी समाज को नाउम्मीदी ही हाथ लगी। इतना ही नहीं 17 सितम्बर विश्वकर्मा पूजा के अवकाश की चर्चा तक नहीं की गयी। इनसब बातों को लेकर विश्वकर्मा समाज के लोगों में खासा रोष देखा गया। हालाँकि बीजेपी सरकार से मंत्री पद की लालसा पाले डॉ कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा ने बीजेपी सरकार द्वारा विश्वकर्मा समाज की शासन-सत्ता में दी गयी भागीदारी को लेकर लम्बा चौड़ा भाषण भी दिया लेकिन मंत्रिमंडल में विश्वकर्मा समाज का प्रतिनिधित्व न होना भी समाज के लोगों चर्चा का विषय बना रहा।

विशिष्ट अतिथि के रूप में आये उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने समाज को शासन-सत्ता में भागीदारी को लेकर आश्वासन देते हुए भाजपा के साथ आने की अपील की। वहीँ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि “भगवान विश्वकर्मा कोई महापुरूष नहीं बल्कि प्रत्यक्ष देवता हैं। भगवान विश्वकर्मा देवताओं के भी देव हैं। सभी देवताओं ने समय-समय पर भगवान विश्वकर्मा की आराधना कर कुछ न कुछ प्राप्त किया है।”

सामाजिक प्रतिनिधि बैठक को सम्बोधित करते हुये उप-मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पिछड़ा वर्ग जब मोर्चा संभालता है और जिसके साथ खड़ा हो जाता है उसकी नैया पार करा देता है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा और कांग्रेस के साथ पिछड़ा वर्ग जब खड़ा हुआ तो उसकी नैया पार हो गयी पर अब उनकी नैया डुबोने का वक्त आ गया है, क्योंकि आज पिछड़ा वर्ग समझ चुका है कि सपा-बसपा और कांग्रेस उसका कल्याण नहीं कर सकता है।

उप-मुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं पिछड़े वर्ग से आते हैं और उन्हें सभी वर्गो ने 2014 में प्रधानमंत्री बनाने के लिये वोट किया। अब 2019 के लिये एक बार पुनः पिछड़ा वर्ग को मोदी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए चट्टान की तरह खड़ा होना है। उन्होंने कहा कि 2014 में 73 सांसद यूपी से जीतकर गये थे लेकिन 2019 में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश से अपील की है कि इस बार कम से कम 74 सांसद बनाना है। इसलिए एक नारा मैं देता हूॅ कि ‘मोदी जी की दूसरी पारी, पिछड़े वर्ग की जिम्मेदारी।’

उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री के पद पर नरेन्द्र मोदी न होते तो क्या आज गरीबों के बैंक खाते, आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन मुफ्त मिल पाते? उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग होती रही, आज पिछड़ा वर्ग की शासन, प्रशासन, नौकरियों में बड़ी हिस्सेदारी है। प्रधानमन्त्री के रूप में यशस्वी नरेन्द्र मोदी ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा-कांग्रेस होती तो यह आयोग कभी न बना पाता। मौर्य ने कहा कि पहले पक्का घर केवल अमीरों के बनते थे आज प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से 15 महीनों में गरीबों के लिए 15 लाख घर बनाने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।

उप-मुख्यमन्त्री केशव प्रसाद मौर्य ने भगवान विश्वकर्मा की महिमा के साथ ही विश्वकर्मा वंशीय समाज के योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस समाज को सम्मान देना उनकी जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम को बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राजेश वर्मा, पूर्व कुलपति पी0सी0 पातंजलि, अध्यक्ष समाज कल्याण निर्माण निगम बी0एल0 वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष बाबूराम निषाद, संयोजक बुद्धलाल विश्वकर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष आवश्यक वस्तु एवं खाद्य निगम उत्तर प्रदेश डा0 कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, बीजेपी जिलाध्यक्ष वाराणसी हंसराज विश्वकर्मा, पश्चिमी क्षेत्र उपाध्यक्ष डा0 प्रमेन्द्र जांगड़ा, प्रो0 बी0डी0 शर्मा, जगदीश पांचाल, ओमपाल पांचाल, दिनेश वत्स आदि लोगों ने सम्बोधित किया।

इस मौके पर होरीलाल शर्मा, राम कैलाश विश्वकर्मा, श्याम सुन्दर विश्वकर्मा, राम कैलाश शर्मा, संजय धीमान, त्रिपुणायक विश्वकर्मा, डा0 सी0पी0 शर्मा, महेन्द्र विश्वकर्मा, प्रमोद विश्वकर्मा, अरविन्द विश्वकर्मा, अमित विश्वकर्मा, सुनील पांचाल, सुभाष पांचाल, सीमा शर्मा, गीता विश्वकर्मा, अजय विश्वकर्मा, शशिकान्त शर्मा, राकेश पांचाल, मनोज कुमार शर्मा, रामधनी विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, सह प्रभारी पिछड़ा वर्ग मोर्चा बृज बहादुर, राज किशोर मौर्य, विनय पटेल (एडवोकेट) सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग उपस्थित रहे।

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