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लखनऊ ।। समाजवादी पार्टी के बॉस अखिलेश यादव चुनावी हार के बाद मंथन में जुटे हुए हैं, लेकिन वह जो नीतियां अपना रहे हैं, उससे केवल फजीहत होगी हालात नहीं सुधरेंगे। जानकारों की माने तो वह उन्हीं नौ रत्नों से घिरे हुए हैं, जिनसे वह 5 साल तक घिरे रहे हैं।

मुसलमानों को जोड़ने के लिए नए लेटर पैड में उर्दू में पार्टी कार्यालय और कुछ चीजें लिखी जा रही हैं। जबकि हकीकत तो यह है कि सपा से जुड़े की प्रदेशों के प्रदेश अध्यक्ष के पैड में भी उर्दू नहीं रहता है। नीचे मुंबई के सपा प्रदेश अध्यक्ष का पैड देख सकते हैं।

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