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Up Kiran, Digital Desk: बारिश का मौसम जहाँ चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाता है और प्रकृति को हरा-भरा कर देता है, वहीं कई बार यह अपने साथ कुछ शारीरिक अकड़न, सुस्ती या मन में हल्की उदासी भी ले आता है। ऐसे में, योग हमारी सबसे अच्छी दोस्त साबित हो सकता है। यह न केवल शरीर को लचीला बनाए रखता है, बल्कि मन को भी शांत और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है, ताकि आप बारिश के मौसम का पूरा आनंद ले सकें।

इस मॉनसून में, आइए कुछ ऐसे योगासनों को अपनाएं जो आपको अंदर से मजबूत और तरोताज़ा रखेंगे:

कैट-काऊ पोज़ (मार्जरीआसन-बिटिलासन): यह आसन रीढ़ की हड्डी के लिए अमृत समान है। यह आपकी रीढ़ को लचीला बनाता है, पीठ के दर्द से राहत देता है और पूरे शरीर में रक्त संचार को बेहतर करता है। मॉनसून में होने वाली अकड़न को दूर करने के लिए यह बहुत प्रभावी है। श्वास के साथ यह आसन करने से मन भी शांत होता है।

भुजंगासन (कोबरा पोज़): यह आसन छाती को खोलता है, कंधों और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है। यह फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और अस्थमा जैसी सांस संबंधी समस्याओं में भी मदद कर सकता है, जो मॉनसून में अक्सर बढ़ जाती हैं।

बालासन (चाइल्ड्स पोज़) यह एक आरामदायक आसन है जो तनाव और चिंता को कम करता है। मॉनसून में जब कभी उदासी या सुस्ती महसूस हो, तो बालासन आपको तुरंत राहत देगा। यह पाचन तंत्र को भी शांत करता है।

सेतुबंधासन (ब्रिज पोज़):यह आसन रीढ़ को लचीला बनाता है, पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करता है और कूल्हों को खोलता है। यह तनाव और हल्के डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में भी सहायक है।

ताड़ासन (माउंटेन पोज़): सबसे सरल लेकिन बेहद प्रभावी। यह आसन आपकी मुद्रा (पोस्चर) को सुधारता है, रीढ़ को लंबा करता है और शरीर को ऊर्जावान बनाता है। यह मन को केंद्रित करने में भी मदद करता है।

वज्रासन (थंडरबोल्ट पोज़): यह एकमात्र आसन है जिसे भोजन के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। यह पाचन में सुधार करता है, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत देता है। मॉनसून में पेट संबंधी परेशानियाँ आम होती हैं, ऐसे में यह आसन बहुत फायदेमंद है।

कपालभाति प्राणायाम: यह एक शक्तिशाली श्वास क्रिया है जो फेफड़ों को साफ करती है, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती है। यह सर्दी-खांसी जैसी मॉनसून संबंधी बीमारियों से बचाव में भी सहायक है।

कुछ ज़रूरी बातें:

सुबह या शाम को शांत वातावरण में योग का अभ्यास करें।

ढीले-ढाले कपड़े पहनें।

कोई भी नया आसन शुरू करने से पहले किसी योग्य योग प्रशिक्षक से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है, खासकर यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।

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