
Up Kiran, Digital Desk: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश की जनता से एक बड़ी और दिल से जुड़ी अपील की है। उन्होंने कहा है कि दो चीजों को हमें सिर्फ एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन बनाना होगा - पहला, स्वच्छता और दूसरा, नशा-मुक्ति। मुख्यमंत्री करनाल में संत निरंकारी मिशन द्वारा आयोजित 'प्रोजेक्ट अमृत' के तहत एक स्वच्छता अभियान में हिस्सा ले रहे थे, जहाँ उन्होंने यह महत्वपूर्ण संदेश दिया।
क्यों है यह अपील इतनी ज़रूरी?
मुख्यमंत्री नायab सिंह सैनी ने कहा कि जैसे संत निरंकारी मिशन जैसी संस्थाएं समाज सेवा के काम में निस्वार्थ भाव से लगी हैं, वैसे ही हर नागरिक को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
स्वच्छता सिर्फ दिखावा नहीं, संस्कार है: उन्होंने जोर देकर कहा कि साफ-सफाई सिर्फ दिखावे के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह हमारी आदत और हमारे संस्कारों का हिस्सा बननी चाहिए। एक स्वच्छ समाज ही एक स्वस्थ और प्रगतिशील समाज की नींव रख सकता है। जब हमारा आस-पास का वातावरण साफ-सुथरा होगा, तो बीमारियाँ भी दूर रहेंगी और हम एक बेहतर जीवन जी पाएंगे।
नशा, जो जड़ों को खोखला कर रहा है: मुख्यमंत्री ने नशे की समस्या पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि यह हमारे युवाओं के भविष्य को और हमारे समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी तरफ से नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है, लेकिन यह लड़ाई सिर्फ सरकार अकेले नहीं जीत सकती। इसे हराने के लिए हर गली, हर मोहल्ले, हर घर से आवाज़ उठनी चाहिए और इसे एक बड़ा सामाजिक आंदोलन बनाना होगा।
“हर व्यक्ति ले ज़िम्मेदारी: नायab सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वच्छ भारत मिशन' से देश में एक बड़ी जागरूकता आई है, और हमें इस लौ को जलाए रखना है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे न केवल अपने घरों को, बल्कि अपनी गलियों, अपने शहरों और अपने जल स्रोतों को भी साफ रखने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री की यह अपील सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि एक बेहतर और स्वस्थ समाज बनाने का निमंत्रण है। यह हम सब की ज़िम्मेदारी है कि हम स्वच्छता और नशा-मुक्ति के इस महा-अभियान में अपना छोटा-सा ही सही, पर एक मज़बूत योगदान ज़रूर दें।