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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बरेली में आयोजित जनसभा में जोर देकर कहा कि यह शहर अब ‘झुमका नगरी’ नहीं, बल्कि ‘नाथ नगरी’ के नाम से पहचाना जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व सपा शासन के दौर में यह क्षेत्र दंगों और जमीन पर अराजकता की स्थिति के लिए बदनाम था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे बदल कर विकास एवं सांस्कृतिक पहचान का केंद्र बना दिया है ।

उन्होंने कहा, “पहले बरेली में हर साल 5–7 दंगे होते थे, लेकिन पिछले आठ वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ”—एक बदलाव जो उन्होंने ‘चंगा’ यानी शांतिपूर्ण अवस्था से वर्णित किया ।

मुख्यमंत्री ने ‘नाथ कॉरिडोर’ योजना की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें अलखनाथ, त्रिपठीनाथ, पशुपतिनाथ, आदि मंदिरों को आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।

इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने 2,264 करोड़ रुपये की 545 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही, रोजगार मेला आयोजित कर 6,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र, योजना लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और टैबलेट वितरित किए गए।
 

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