img

Up Kiran, Digital Desk: आज दुनिया में नीला क्रिसमस मनाया जा रहा है। नीला क्रिसमस एक शांत, विचारशील आयोजन है, जो अक्सर गिरजाघर में होता है, उन व्यक्तियों के लिए जो छुट्टियों के मौसम में शोक, एकाकीपन या नुकसान से जूझ रहे होते हैं। यह इस तथ्य को स्वीकार करता है कि यह सभी के लिए खुशी का समय नहीं होता और इसे अक्सर शीतकालीन संक्रांति (लगभग 21 दिसंबर) को 'सबसे लंबी रात' के रूप में मनाया जाता है ताकि अंधेरे में आशा मिल सके। सामान्यतः क्रिसमस दुनियाभर में आनंद, रोशनी और परिवार-दोस्तों के साथ समय बिताने का पर्व माना जाता है। हालांकि कुछ देशों में इसे मनाना कानूनी रूप से खतरनाक हो सकता है।

ब्रुनेई में कड़े नियम
ब्रुनेई में क्रिसमस मनाने पर कड़े प्रतिबंध हैं। यहां क्रिसमस वृक्ष लगाना, सजावट करना या त्यौहार के परिधान पहनना सार्वजनिक रूप से निषेध है। नियमों का उल्लंघन करने पर पांच वर्ष तक की कारावास या भारी जुर्माना हो सकता है।

उत्तर कोरिया में पूर्ण निषेध
उत्तर कोरिया में सभी धार्मिक कार्यों पर प्रतिबंध है। ईसाई धर्म से संबंधित किसी भी सभा, प्रार्थना या उत्सव पर गिरफ्तारी, श्रम दंड या कारावास की सजा हो सकती है। यहां धार्मिक प्रतीक रखना भी अपराध माना जाता है।

सोमालिया में क्रिसमस पर निषेध
सोमालिया ने 2015 में सुरक्षा और धार्मिक कारणों से क्रिसमस और नववर्ष के सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया। यहां सार्वजनिक रूप से उत्सव मनाने पर हिरासत या जेल हो सकती है।

सऊदी अरब में सार्वजनिक समारोहों पर रोक
हाल के वर्षों में सऊदी अरब में कुछ सामाजिक लचीलापन आया है, लेकिन सार्वजनिक क्रिसमस आयोजन अभी भी कानूनी रूप से मान्य नहीं हैं। निजी रूप से मनाना अनुमति प्राप्त है, लेकिन सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक है।

कजाकिस्तान में भी कठोर नियम
कजाकिस्तान में क्रिसमस की सार्वजनिक परंपराओं जैसे पेड़ सजाना, आतिशबाजी, पर्व का भोजन या सैंटा क्लॉज पर आयोजन प्रतिबंधित हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह राष्ट्रीय संस्कृति के विरोध में है।

लीबिया और भूटान
लीबिया और भूटान में क्रिसमस की कोई आधिकारिक छुट्टी नहीं है और सार्वजनिक उत्सवों पर कड़ी रोक है। निजी रूप से मनाना आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन सार्वजनिक रूप से मनाने पर कानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।