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Up Kiran, Digital Desk:बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्माई हुई है। 2025 के चुनाव को लेकर JDU के भीतर हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब खुद उम्मीदवार चयन की कमान संभाल चुके हैं। हाल ही में पटना स्थित 1 अणे मार्ग पर उन्होंने एक बड़ी बैठक बुलाई, जिसमें पूरे राज्य से पार्टी के 400 से अधिक नेता पहुंचे। पंचायत अध्यक्ष से लेकर जिला प्रमुख तक, सबने अपने-अपने इलाके के विधायकों का प्रदर्शन रिपोर्ट में रखा और खुद की दावेदारी भी जताई।
20% विधायकों की छुट्टी तय? CM ने दिए बड़े संकेत
इस मैराथन बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने साफ तौर पर इशारा किया कि करीब 20 प्रतिशत मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा। उनका कहना है कि जो काम नहीं कर रहे, जनता से कटे हुए हैं या पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में शामिल रहे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
नीतीश का गेम प्लान: युवाओं और महिलाओं पर बड़ा दांव!
जेडीयू इस बार चुनावी मैदान में नई सोच के साथ उतरने जा रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अपनी कोटे की सीटों पर 50% तक टिकट महिलाओं और युवाओं को देने की तैयारी में हैं। इसका मकसद पार्टी को नया चेहरा देना और जनता से जुड़ाव को और मजबूत करना है।
नालंदा पर विशेष ध्यान, हर ब्लॉक अध्यक्ष से की व्यक्तिगत बातचीत
नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा JDU का गढ़ माना जाता है। इसीलिए बैठक में इस क्षेत्र पर खास फोकस रहा। नालंदा से आए नेताओं से मुख्यमंत्री ने अलग कमरे में वन टू वन चर्चा की और हर ब्लॉक अध्यक्ष से व्यक्तिगत रूप से फीडबैक लिया।
कार्यकर्ताओं का कहना – “काम नहीं करने वालों को नहीं मिलनी चाहिए टिकट”
बैठक में कई प्रखंड और जिला स्तर के नेताओं ने खुलकर अपनी बात रखी। खासकर हिलसा और हरनौत विधानसभा सीटों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। हिलसा से आए नेताओं ने साफ कहा कि मौजूदा विधायक को दोबारा टिकट मिला तो पार्टी हार सकती है। वहीं हरनौत से संजय कुमार ने दावा किया कि उनके विधायक कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते, इसलिए उनका टिकट काटा जाना चाहिए।
निशांत कुमार के लिए लगे नारे, हरनौत से टिकट की मांग
बैठक में एक और बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के समर्थन में नारे लगे। नालंदा के कई पंचायत और ब्लॉक अध्यक्षों ने हरनौत विधानसभा सीट से निशांत को टिकट देने की मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे जमीनी नेता हैं और नया चेहरा पार्टी को मजबूती देगा।
गद्दारों की छुट्टी तय, पार्टी लाइन से हटने वालों पर होगी कार्रवाई
नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि जो विधायक पार्टी के खिलाफ गए थे या सरकार गिराने की कोशिशों में शामिल थे, उनकी दावेदारी खारिज की जाएगी। बीमा भारती और डॉ. संजीव जैसे विधायक RJD में जा चुके हैं। वहीं सुदर्शन कुमार हाल ही में नीतीश से मिले हैं, जिससे उनके टिकट की संभावनाएं बनी हुई हैं।
फीडबैक प्रोसेस में कोर टीम का अहम रोल
इस पूरे प्रक्रिया में JDU की कोर टीम भी एक्टिव रही। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि कार्यकर्ताओं से मिली राय को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है। उनका कहना है कि पार्टी कार्यकर्ता ही असली ताकत हैं और उनकी बातों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
फाइनल कट की तैयारी, नीतीश का सख्त संदेश – जो जमीन पर काम करेगा, उसी को मिलेगा टिकट!
नीतीश कुमार की इस पहल से साफ है कि वे 2025 के चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। एक ओर जहां वे पार्टी में नई ऊर्जा भरना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ अनुशासन और जनसेवा को प्राथमिकता देने का संदेश भी दे रहे हैं। अब देखना यह है कि कौन बचेगा और किसका टिकट कटेगा लेकिन इतना तय है कि इस बार मुकाबला कड़ा होगा और चेहरों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।