बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक गहरे कम दबाव के क्षेत्र ने आंध्र प्रदेश के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग (IMD) ने एक बड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह सिस्टम अगले कुछ ही घंटों में और भी ताकतवर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
'मोंथा' तूफान का खतरा: मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना यह कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि रविवार तक यह एक डिप्रेशन में बदल जाएगा और सोमवार तक तट से टकराते समय यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है, जिसे 'मोंथा' नाम दिया गया है।
इन जिलों में होगी सबसे ज्यादा बारिश
शनिवार को इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा। खासतौर पर कोनासीमा, कृष्णा, बापटला, प्रकाशम, नेल्लोर और तिरुपति जैसे जिलों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। इसके अलावा, राज्य के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (APSDMA) ने बताया है कि अगले तीन दिनों तक पूरे राज्य में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा और तटीय इलाकों में 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।
सरकार ने जारी किया अलर्ट: इस चेतावनी के बाद सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी है। सरकार ने आपातकालीन प्रोटोकॉल को सक्रिय कर दिया है और जरूरत पड़ने पर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की पूरी तैयारी कर ली है।
अधिकारियों ने लोगों को यह भी सलाह दी वे तूफान और बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें।
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