
नई दिल्ली — डीजीसीए (DGCA) ने मार्च 2025 में एयर इंडिया एक्सप्रेस को सख्त नसीहत दी थी। इसके कारण थे एक एयरबस A320 विमान (VT‑ATD) के इंजन में जरूरी पुर्जों का समय पर बदलाव ना करना और रिकॉर्ड्स में फर्जीबाजी करना ।
वर्ष 2023 में EASA (यूरोपीयन यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी) ने CFM LEAP‑1A इंजन के सिल, रोटर जैसे भाग बदलने का निर्देश जारी किया था। यह कदम संभावित दोषों की वजह से लिया गया था, क्योंकि अगर समय पर बदलाव न हों, तो इंजन में गंभीर समस्याएँ आ सकती हैं ।
DGCA की मार्च की गोपनीय रिपोर्ट बताती है कि VT‑ATD विमान पर बदलाव समय सीमा में नहीं किए गए। कंपनी ने AMOS सॉफ्टवेयर में फर्जी रिकॉर्ड डालकर ऐसा दिखाया मानो काम समय पर पूरा हो गया हो ।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने स्वीकार किया कि रिकॉर्ड माईग्रेशन के दौरान तकनीकी गलती हुई और उन्होंने तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई की। इसमें क्वालिटी मैनेजर को हटाना और डिप्टी एयरवर्थिनेस मैनेजर को सस्पेंड करना शामिल था ।
यह मामला एयर इंडिया की जून 2025 की अहमदाबाद दुर्घटना से पहले का है, जब एक बोइंग 787 ईंजन फेलियर की वजह से क्रैश हुआ था । DGCA पहले भी एयर इंडिया को तीन एयरबस विमानों पर समयसीमा पार होने के बावजूद आपात स्लाइड जांच में देरी करने, और पायलटों के ड्यूटी समय के उल्लंघन जैसे मामलों में चेतावनी दे चुकी है ।
विश्लेषकों का कहना है कि इन घटनाओं से एयर इंडिया समूह की सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। हालाँकि TATA समूह ने एयर इंडिया को “विश्व‑स्तरीय” दर्जा देने की योजना बनाई है, लेकिन ये लगातार सुरक्षा मुद्दे उसकी प्रतिष्ठा के लिए चिंता का विषय हैं ।