
Up Kiran, Digital Desk: आज की भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण जिंदगी में, हम अक्सर सुकून के वो छोटे-छोटे पल भूल जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। ऐसी ही एक बेहद आसान और मुफ्त की थेरेपी है - सुबह-सुबह हरी घास पर नंगे पैर चलना। यह सिर्फ एक अच्छी आदत नहीं, बल्कि विज्ञान भी इसके पीछे के फायदों को मानता है।
बचपन में शायद हम सबने यह किया होगा, लेकिन बड़े होते-होते जूते-चप्पलों ने हमारा जमीन से रिश्ता तोड़ दिया। आइए जानते हैं कि इस साधारण सी आदत से आपको क्या-क्या जादुई फायदे मिल सकते हैं:
1. आंखों की रोशनी तेज होती है:
हमारे पैरों के तलवों में कई ऐसे प्रेशर पॉइंट्स (एक्यूप्रेशर बिंदु) होते हैं जिनका सीधा संबंध हमारी आंखों की नसों से होता है। जब हम घास पर नंगे पैर चलते हैं, तो इन बिंदुओं पर दबाव पड़ता है, जिससे आंखों में रक्त संचार बेहतर होता है और आंखों की रोशनी में सुधार होता है।
2. तनाव और चिंता से मुक्ति:
इस प्रक्रिया को 'ग्राउंडिंग' या 'अर्थिंग' भी कहते हैं। जब आपके नंगे पैर सीधे धरती के संपर्क में आते हैं, तो यह आपके नर्वस सिस्टम को शांत करता है और स्ट्रेस हार्मोन (कॉर्टिसोल) को कम करता है। सुबह की ताजी हवा और हरियाली देखकर मन को शांति मिलती है सो अलग।
3. आती है गहरी और अच्छी नींद:
जब आपका तनाव कम होता है और मन शांत रहता है, तो इसका सीधा असर आपकी नींद पर पड़ता है। नियमित रूप से घास पर चलने से आपके स्लीप साइकल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे आपको रात में गहरी और आरामदायक नींद आती है।
4. मजबूत होती है इम्यूनिटी:
सुबह की हल्की धूप में घास पर चलने से आपको विटामिन-डी भी मिलता है, जो हमारी इम्यूनिटी (रोगों से लड़ने की शक्ति) के लिए बेहद ज़रूरी है। धरती के प्राकृतिक संपर्क में आने से शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।
5. मिलता है प्राकृतिक एक्यूप्रेशर का फायदा:
घास पर चलना एक तरह का मुफ्त का फुट मसाज है। इससे पैरों की मांसपेशियों को आराम मिलता है, रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में भी मदद मिलती है।
तो अगली बार जब आप सुबह पार्क में टहलने जाएं, तो कुछ मिनटों के लिए अपने जूते-चप्पल उतारकर घास की ठंडक और कोमलता को महसूस करके देखिए। यह छोटा सा बदलाव आपकी सेहत में एक बड़ा और पॉजिटिव फ़र्क ला सकता है।
--Advertisement--