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Up Kiran, Digital Desk: जोधपुर के पास स्थित तिंवरी मथानिया रोड पर लकड़ी का व्यापार करने वाले पिता-पुत्र से शातिरों ने पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। आरोपियों ने पहले लकड़ी भेजने के नाम पर इनसे पैसे ऐंठे और फिर रुपये वापस करने के नाम पर असली नोटों के बीच कागज की गड्डियां थमा दीं। जब पिता-पुत्र ने पैसों की जांच की तो पूरी सच्चाई सामने आ गई। यह मामला अब पुलिस की जांच का विषय बना हुआ है।
यह घटना 9 अक्टूबर को घटित हुई जब व्यापारिक गतिविधियों के दौरान एक शख्स ने टिंबर व्यवसायी महावीर संचेती से संपर्क किया और खुद को लकड़ी का व्यापारी बताते हुए लकड़ी के सैंपल की मांग की। सैंपल पसंद आने पर उन्होंने जल्द ही लकड़ी भेजने का वादा किया। इसके बाद शातिरों ने महावीर संचेती के बेटे, प्रशांत संचेती से संपर्क किया और पांच लाख रुपये की एडवांस राशि ली। यह राशि बोरानाडा में दी गई, और शातिरों ने 10 अक्टूबर तक माल भेजने का वादा किया था, लेकिन तय तारीख तक कोई माल नहीं भेजा गया। इसके बाद आरोपियों ने 11 अक्टूबर को पैसे वापस करने का दावा किया।
इस समय, जब पिता-पुत्र पावटा चौराहा पर पहुंचे, तो शातिरों ने उन्हें एक बैग में रुपये दिए। बैग खोलने पर पाया गया कि ऊपर-नीचे असली नोट थे, लेकिन बीच में कागज की गड्डियां थीं। इस धोखाधड़ी का पता चलते ही दोनों ने तुरंत आरोपियों को कॉल किया, लेकिन उनके फोन बंद थे।
अब बोरानाडा थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई है और पुलिस आरोपियों को ट्रेस करने के लिए उनके मोबाइल नंबर का उपयोग कर रही है।