
Up Kiran, Digital Desk: जब घर में एक नन्हा मेहमान आता है, तो सारी खुशियों और बधाइयों का केंद्र माँ और बच्चा होते हैं। हम अक्सर माँ के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, खासकर 'पोस्टपार्टम डिप्रेशन' (PPD) के बारे में बात करते हैं, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में पिता के मानसिक स्वास्थ्य को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
सच तो यह है कि बच्चे के जन्म के बाद सिर्फ माँ ही नहीं, बल्कि पिता भी डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं, जिसे 'पैटर्नल पोस्टपार्टम डिप्रेशन' (PPPD) कहा जाता है। यह एक गंभीर समस्या है जिसके बारे में समाज में बहुत कम जागरूकता है।
पुरुषों में कैसे पहचानें इसके लक्षण?
पुरुषों में पोस्टपार्टम डिप्रेशन के लक्षण महिलाओं से थोड़े अलग हो सकते हैं। वे अक्सर अपनी उदासी छिपाते हैं, इसलिए इन संकेतों पर ध्यान दें:
क्या है इसका इलाज?
सबसे पहला और जरूरी कदम यह स्वीकार करना है कि यह एक समस्या है।
मदद मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि हिम्मत की निशानी है। एक खुश और स्वस्थ पिता ही अपने बच्चे और परिवार की बेहतर देखभाल कर सकता है।
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