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Up Kiran, Digital Desk: आजकल हर 10 में से 5 लड़कियां और महिलाएं एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रही हैं, जिसका नाम सुनते ही मन में सबसे पहला डर बैठता है - PCOS (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम). यह सिर्फ एक मेडिकल टर्म नहीं, बल्कि लाखों लड़कियों के लिए तनाव, दर्द, और अनगिनत सवालों का एक बक्सा है. और इन सवालों में सबसे चुभने वाला सवाल होता है - "क्या मैं कभी माँ बन पाऊँगी?"

समाज, रिश्तेदार और यहाँ तक कि अधूरी जानकारी रखने वाले लोग भी अक्सर यह मान लेते हैं कि PCOS का मतलब बांझपन (infertility) की गारंटी है. लेकिन यह इस समस्या से जुड़ा सबसे बड़ा और सबसे क्रूर झूठ है.

चलिए तोड़ते हैं इस सबसे बड़े मिथक को

सच तो यह है कि PCOS होने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि कोई महिला माँ नहीं बन सकती. हाँ, यह सच है कि PCOS गर्भधारण करने की राह में कुछ मुश्किलें खड़ी कर सकता है, लेकिन यह रास्ते को पूरी तरह बंद नहीं करता.

PCOS से जूझ रही कई महिलाएं बताती हैं कि सही लाइफस्टाइल, सही इलाज और थोड़ी सी हिम्मत के साथ वे न केवल कंसीव कर पाई हैं, बल्कि एक स्वस्थ बच्चे को जन्म भी दे चुकी हैं. PCOS ओव्यूलेशन (अंडा बनने की प्रक्रिया) को अनियमित कर देता है, जिससे गर्भधारण में समय लग सकता है, पर यह उसे असंभव नहीं बनाता.

आखिर क्या है यह PCOS?

आसान भाषा में समझें तो, PCOS एक हॉर्मोनल गड़बड़ी है. इसमें महिलाओं के शरीर में पुरुष हॉर्मोन (एंड्रोजन) का स्तर बढ़ जाता है और उनकी ओवरी (अंडाशय) में छोटी-छोटी पानी की गांठें (सिस्ट) बन जाती हैं.

इसके कुछ आम लक्षण हैं:

पीरियड्स का समय पर न आना या बहुत ज़्यादा अनियमित होना.

चेहरे, छाती या पीठ पर अनचाहे बाल उगना.

तेज़ी से वज़न बढ़ना, खासकर पेट के आस-पास.

ज़्यादा मुंहासे निकलना और त्वचा का तैलीय होना.

बालों का पतला होना या झड़ना.

इलाज दवाइयों में नहीं, आपकी जीवनशैली में छिपा है

PCOS कोई ऐसी बीमारी नहीं है जिसे एक गोली खाकर ठीक कर लिया जाए. यह एक लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या है और इसे नियंत्रित करने का सबसे बड़ा हथियार आपकी अपनी आदतें हैं.

खानपान में बदलाव: मैदे वाली चीज़ें, डिब्बाबंद खाना, चीनी और तले हुए भोजन से दूरी बनाएं. अपनी डाइट में फल, हरी सब्जियां, दालें, और साबुत अनाज को शामिल करें. घर का बना सादा खाना सबसे अच्छा इलाज है.

रोज़ व्यायाम करें: आपको जिम जाकर घंटों पसीना बहाने की ज़रूरत नहीं है. रोज़ 30-40 मिनट की तेज़ वॉक, योग, डांस या कोई भी हल्का व्यायाम आपके हॉर्मोन्स को संतुलित करने में जादू की तरह काम करता है.

तनाव को कहें 'ना': तनाव इस समस्या को और बढ़ाता है. मेडिटेशन, गहरी सांसें लेना, या कोई भी ऐसा काम करना जिससे आपको खुशी मिले, आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है.

PCOS आपकी ज़िंदगी को कंट्रोल नहीं कर सकता, आप इसे कर सकती हैं. यह एक ऐसी स्थिति है जिसके साथ जीना सीखना पड़ता है. अगली बार जब कोई आपसे कहे कि आप PCOS के कारण माँ नहीं बन सकतीं, तो उन्हें बताइए कि यह सिर्फ एक मिथक है. सही जानकारी, डॉक्टर की सलाह और खुद पर भरोसे के साथ इस लड़ाई को आसानी से जीता जा सकता है.