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Up Kiran, Digital News: रोहतास जिले का शांत गांव चोरकप उस रात एक दिल दहला देने वाली वारदात का गवाह बना, जब एक चौकीदार के बेटे अभिनंदन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पहले तो यह एक सामान्य आपराधिक घटना लग रही थी, मगर पुलिस जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया। हत्या के पीछे का जाल रिश्तों के उस काले चेहरे को उजागर करता है, जहां भाईचारे और वैवाहिक संबंधों की आड़ में खून का खेल खेला गया।

हत्या की रात: 6 मई की खामोशी में छिपा खूनी राज

बीती 6 मई की रात चोरकप गांव में सन्नाटा कुछ अलग था। गांव के चौकीदार के बेटे अभिनंदन की लाश मिली, जिसके सिर पर गोली मार दी गई थी। पहले तो पिता ने इसे अज्ञात अपराधियों का काम बताया, मगर पुलिस को शक था कि मामला कुछ और है। रोहतास के एसपी रोशन कुमार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सीडीपीओ कोटा किरण कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम बनाई, जिसमें आसूचना इकाई को भी शामिल किया गया।

जांच में आया पहला सुराग: पड़ोसी की संदिग्ध गतिविधियां

जब टीम ने जांच शुरू की, तो सबसे पहले शक की सुई पड़ी पड़ोसी निखिल कुमार पर। उसकी हरकतें सामान्य नहीं थीं। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर कहानी का वो काला सच सामने आया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।

साजिश की परतें खुलीं: पहली पत्नी और भाई बने कातिल

निखिल की निशानदेही पर पुलिस ने काराकाट थाना क्षेत्र के इटीम्हा गांव से अंकित कुमार शर्मा और विकास कुमार साह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने जो कबूलनामा किया, वो चौंकाने वाला था। उन्होंने बताया कि हत्या की पूरी योजना मृतक की पहली पत्नी रविता देवी और छोटे भाई अभिमन्यु पासवान ने मिलकर बनाई थी।

मकसद और सुपारी: खून के पीछे छिपा रिश्ता

जांच में यह भी सामने आया कि रविता देवी और अभिमन्यु पासवान के बीच अवैध संबंध थे, जिसकी भनक मृतक अभिनंदन को लग गई थी। इसी वजह से वह अपने भाई की शादी करवाना चाहता था ताकि संबंध खत्म हो जाएं। मगर अभिमन्यु शादी नहीं करना चाहता था। दोनों ने मिलकर अभिनंदन को रास्ते से हटाने का फैसला लिया और दो लाख रुपये की सुपारी दी, जिसमें बीस हजार रुपये पहले दिए गए और बाकी रकम हत्या के बाद देने की बात तय हुई थी।

गिरफ्तारी और बरामदगी: पुलिस की तत्परता लाई रंग

पुलिस ने हत्या के इस जघन्य अपराध में शामिल सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें पहली पत्नी रविता देवी, भाई अभिमन्यु पासवान, निखिल कुमार, अंकित कुमार शर्मा और विकास कुमार साह शामिल हैं। साथ ही हत्या में प्रयुक्त देशी कट्टा, एक ऑल्टो कार, बाइक और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए।

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