
Up Kiran, Digital Desk: भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव (KTR) ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि फॉर्मूला-ई का मामला "पूरी तरह से फर्जी" है. उन्होंने एक खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर कोई चाहे तो वह यहीं रुककर लाई डिटेक्टर टेस्ट से गुजरने के लिए तैयार हैं.
एक-एक रुपये का हिसाब है, भ्रष्टाचार कहाँ है
KTR ने कहा कि उन्होंने हैदराबाद में फॉर्मूला-ई रेस लाने के लिए हर संभव प्रयास किया था. उन्होंने यह स्वीकार किया कि सरकार से 46 करोड़ रुपये जारी करने के निर्देश उन्हीं के थे, लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि यह पैसा सीधे निर्धारित खाते में जमा किया गया था.
उन्होंने सवाल किया, "एक भी रुपये का गलत इस्तेमाल नहीं हुआ. एक-एक रुपये का हिसाब है. तो फिर भ्रष्टाचार कहाँ है?" उन्होंने दावा किया कि अगर मुकदमा चलाया भी गया या चार्जशीट दाखिल की गई, तो भी कुछ भी साबित नहीं होगा.
CM को सीधी चुनौती: "आओ टीवी पर, लाई डिटेक्टर टेस्ट कराओ"
अपना रुख साफ करते हुए KTR ने कहा कि BRS कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों और गारंटियों पर लड़ना जारी रखेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को चुनौती दी कि वे उनके साथ लाइव टेलीविजन पर आएं और लाई डिटेक्टर टेस्ट का सामना करें.
KTR ने कहा, "जनता को तय करने दें कि कौन सच बोल रहा है." साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को वह पुराना मामला भी याद दिलाया जब वह एक बार कैमरे पर 50 लाख रुपये के नोटों के बंडल के साथ पकड़े गए थे.
KTR ने आरोप लगाया कि सरकार फॉर्मूला-ई मामले को उठाकर जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, "हम भटकेंगे नहीं और जनता के मुद्दों पर सरकार से सवाल करना जारी रखेंगे."
न कांग्रेस की B-टीम, न बीजेपी की
कांग्रेस नेता जयराम रमेश की उस टिप्पणी पर भी KTR ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने BRS को भाजपा की 'B-टीम' कहा था. KTR ने कहा, "जयराम जी, इसी अहंकार ने कांग्रेस को आज की राजनीति में असफल बना दिया है. यह सोचना कि 'या तो आप हमारे साथ हैं या आप उनके साथ हैं', एक बचकाना तर्क है. हम न तो कांग्रेस की B-टीम हैं और न ही भाजपा की."
उन्होंने जोर देकर कहा, "हम तेलंगाना के लोगों की A-टीम हैं. कृपया अपनी विफलताओं पर ध्यान दें." KTR ने साफ किया कि BRS की प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ तेलंगाना के लोग हैं.
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