अब तक इस बात के कई सबूत सामने आ चुके हैं कि हजारों साल पहले धरती पर डायनासोर मौजूद थे। स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं ने हाल ही में 'ऑयल ऑफ स्काई' क्षेत्र में डायनासोर की एक और प्रजाति के अवशेषों की खोज की है। ऐसा प्रतीत होता है कि इसके पंख हैं। यह पंखों वाला डायनासोर 160 मिलियन वर्ष पहले मध्य जुरासिक काल के दौरान रहता था।
सबसे आम पंख वाले डायनासोर अभी भी चीन में पाए जाते हैं। स्कॉटलैंड में इस प्रकार के डायनासोर का कोई जीवाश्म नहीं पाया जाता है।
डायनासोर और मगरमच्छ का मिश्रण
स्कॉटिश शोधकर्ताओं को विशाल पहाड़ियों में डायनासोर के कंकालों के कुछ हिस्से ही मिले हैं। इसमें कंधे, पंख, पैर और रीढ़ होती है। साइंटिस्टों ने दावा किया है कि ये हड्डियां टेरोसॉर प्रजाति की हैं। ये प्रजाति मगरमच्छ और डायनासोर दोनों से संबंधित है। मगरमच्छों की तरह, उनकी बड़ी पूंछ और बड़े पंख होते हैं।
जो अवशेष मिले हैं वे चीन में पाए जाने वाले डायनासोरों के एक समूह डार्विनोप्टेरा के हैं। इसके अवशेष सबसे पहले चीन में पाए गए थे।
जर्नल ऑफ वर्टेब्रेट पेलियोन्टोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कॉटलैंड में पाए जाने वाले टेरोसॉर की पूरी तस्वीर बनाना संभव नहीं है। जो जाल मिले हैं वे संख्या में अधिक हैं, वह भी छोटे-छोटे टुकड़ों में। चूँकि मध्य जुरासिक काल के अवशेष इतने स्पष्ट नहीं हैं, इसलिए उनका मानचित्रण करने में कई कठिनाइयाँ हैं। वास्तव में इसका विकास कैसे हुआ, इसकी भविष्यवाणी करना कठिन है।
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