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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के सबसे चतुर और अनुभवी लेग स्पिनरों में से एक, अमित मिश्रा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है. अपने 25 साल के लंबे और शानदार करियर के दौरान, उन्होंने अपनी घूमती गेंदों से कई बड़े बल्लेबाजों को चकमा दिया. मिश्रा को खासकर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में उनके असाधारण रिकॉर्ड के लिए हमेशा याद किया जाएगा.

42 वर्षीय मिश्रा ने घरेलू क्रिकेट में हरियाणा के लिए दो दशकों से अधिक समय तक खेला और भारतीय टीम का भी प्रतिनिधित्व किया. हालांकि, उनकी असली पहचान IPL से बनी, जहाँ वे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में हमेशा शीर्ष पर रहे.

IPL के बेताज बादशाह: अमित मिश्रा का नाम IPL के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. वह इस टूर्नामेंट के इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने तीन बार हैट्रिक लेने का अविश्वसनीय कारनामा किया है.

2008: दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ

2011: डेक्कन चार्जर्स के लिए किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ

2013: सनराइजर्स हैदराबाद के लिए पुणे वॉरियर्स के खिलाफ

यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसके टूटने की संभावना आज भी बहुत कम लगती है. IPL में वह 160 से ज़्यादा मैचों में 170 से अधिक विकेट ले चुके हैं, जो उनकी काबिलियत और निरंतरता को दर्शाता है. वह लंबे समय तक दिल्ली कैपिटल्स (पहले डेयरडेविल्स) टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे.

कैसा रहा अंतर्राष्ट्रीय करियर:अमित मिश्रा को भारतीय टीम के लिए उतने मौके नहीं मिले, जितने के वे हकदार माने जाते थे, लेकिन जब भी उन्हें मौका मिला, उन्होंने अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने भारत के लिए 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले. अपने टेस्ट डेब्यू पर ही उन्होंने 5 विकेट लेकर सनसनी मचा दी थी. वनडे में भी उनके नाम 64 विकेट दर्ज हैं.

अमित मिश्रा का संन्यास लेना भारतीय क्रिकेट के एक युग के अंत जैसा है. फैंस उनकी क्लासिक लेग-ब्रेक, गुगली और दिलेर गेंदबाजी को हमेशा याद रखेंगे. क्रिकेट के मैदान पर भले ही उनका सफर खत्म हो गया हो, लेकिन उनकी विरासत हमेशा कायम रहेगी.