img

Up Kiran, Digital Desk: सुबह नाश्ते में दूध पीते हो और साथ में संतरे का जूस या नींबू पानी? ज्यादातर घरों में यही चलन है। मगर आयुर्वेद के हिसाब से ये सबसे खराब फूड कॉम्बिनेशन है। पेट के डॉक्टर भी मानते हैं कि रोज ऐसा करने वालों को पाचन की तकलीफें जल्दी घेर लेती हैं।

बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा असर

छोटे बच्चे और बूढ़े लोग दूध सबसे ज्यादा पीते हैं। इन्हें ही ये गलत कॉम्बिनेशन सबसे जल्दी नुकसान पहुंचाता है। बच्चों में बार-बार दस्त या उल्टी और बुजुर्गों में कब्ज और गैस की शिकायत आम हो जाती है। मांएं अक्सर शिकायत करती हैं कि दूध पीने के बाद बच्चा रोने लगता है। वजह यही हो सकती है।

पेट में क्या होता है जब दूध और खट्टा फल मिलते हैं?

दूध ठंडी तासीर का और भारी होता है। खट्टे फल गर्म और अम्लीय होते हैं। दोनों पेट में मिलते ही दूध फटने लगता है। केसीन प्रोटीन और फल का एसिड आपस में लड़ते हैं। नतीजा? पेट में दही जैसा पदार्थ जम जाता है। पाचन अग्नि बुझ जाती है। फिर शुरू होती है परेशानियां:

  • पेट फूलना और तेज दर्द
  • बार-बार डकार और एसिडिटी
  • अपच और भारीपन
  • कभी दस्त तो कभी कब्ज

लंबे समय तक होने वाली दिक्कतें

जो लोग सालों से ऐसा करते रहते हैं उनके चेहरे पर मुहांसे और लाल चकत्ते निकल आते हैं। बार-बार एलर्जी होती है। इम्यूनिटी कमजोर पड़ जाती है। आयुर्वेद इसे “विरुद्ध आहार” कहता है जो वात पित्त और कफ तीनों को बिगाड़ देता है। खासकर पित्त दोष बढ़ने से जलन और गर्मी महसूस होती है।

आयुर्वेद और आयुष मंत्रालय की सलाह

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने साफ कहा है कि दूध और खट्टे फलों में कम से कम 2-3 घंटे का फासला रखें। पहले दूध पी लो तो फल बाद में खाओ या पहले फल खा लो तो दूध बाद में। दोनों को कभी साथ मत मिलाओ। संतरा, नींबू, मौसमी, अनानास, अमरूद सब इसी लिस्ट में हैं।

करना क्या चाहिए?

  • सुबह दूध पीया तो फल दोपहर या शाम को खाओ
  • फ्रूट स्मूदी में दूध बिल्कुल नहीं डालना
  • दही या लस्सी में भी नींबू मत निचोड़ो
  • बच्चों को जूस और दूध एक साथ कभी मत पिलाओ

छोटी सी आदत बदल लो तो पेट हमेशा हल्का और त्वचा साफ रहेगी। सेहत है तो सब कुछ है!