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21 जून 2025 को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) का 11वां संस्करण मनाया गया। इस साल की थीम है “Yoga for One Earth, One Health”, जिसका उद्देश्य व्यक्तिगत सेहत के साथ-साथ पृथ्वी की सेहत को भी योग के माध्यम से जोड़ना है।  

इसी कड़ी में उभर रहा है नया कॉन्सेप्ट — माइंडफुल ट्रैवल। इसका मतलब है सोच-समझकर यात्रा करना, केवल नए स्थानों को नहीं, बल्कि वहां की संस्कृति, प्रकृति और स्वयं को गहराई से महसूस करना। यह परिभाषित यात्रा नहीं, बल्कि जागरूक यात्रा है, जिसमें योग, ध्यान और आसपास के माहौल के प्रति संवेदनशीलता जुड़ी होती है ।

माइंडफुल ट्रैवल के प्रमुख पहलू:

आध्यात्मिक और शारीरिक योग: जैसे ऋषिकेश, धर्मशाला, केरल, गोवा में योग केंद्रों और रिट्रीट्स का अनुभव लेना।  

स्थानीय सांस्कृतिक जुड़ाव: स्थानीय परंपराओं, भोजन और प्रकृति के साथ संबंध बनाए रखना।

पर्यावरण की रक्षा: ट्रैवल के दौरान कचरा न फैलाना, रिसॉर्ट्स में हरित गतिविधियों में भाग लेना।

 

लोग क्यों दे रहे हैं इस पर ध्यान?

1. मानसिक स्वास्थ्य – योगाभ्यास तनाव कम करता है, नींद और मूड में सुधार लाता है ।

2. शारीरिक लचीलापन – रोजाना योग से शरीर मजबूत और लचीला बनता है ।

3. समग्र अनुभव – ट्रैवल सिर्फ घूमना नहीं, आत्मा को शांति देना भी है।

4. टूरिज्म में नया रूप – राज्य सरकारें जैसे आंध्र प्रदेश, हरिद्वार आदि ने योग को पर्यटन के साथ जोड़कर नए अवसर बनाए हैं ।

 

उदाहरण:

ऋषिकेश में गंगा किनारे योग और ध्यान के साथ-साथ ट्रेक और नदी राफ्टिंग का संयोजन।

गोवा में अंडरवॉटर योग जैसी विशिष्ट गतिविधियाँ।

हिमाचल में माउंटेन योग से प्राकृतिक ऊर्जा का अनुभव। या कहीं बैकवाटर योग, जहां पानी के बीच शांति मिलती है ।

 

 

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