Up Kiran, Digital Desk: मोटापे से जूझ रहे लाखों लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ ओबेसिटी (EASO) ने मोटापा कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण नई गाइडलाइन जारी की है. इस नई गाइडलाइन के मुताबिक, 'सेमाग्लूटाइड' नाम की दवा को अब मोटापा घटाने के लिए पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है. ख़ास बात यह है कि यह उन मरीज़ों के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है, जिन्हें पहले से ही दिल की बीमारियां, टाइप 2 डायबिटीज या हार्ट फेलियर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं.
'सेमाग्लूटाइड' क्यों बनी इतनी खास: EASO का यह नया अल्गोरिथम (यानी, वज़न घटाने की एक नई पद्धति) बताता है कि 'सेमाग्लूटाइड' न सिर्फ वज़न कम करने में बेहद असरदार है, बल्कि यह मरीज़ों के दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और उनके टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद करती है. आमतौर पर, दिल के मरीज़ों या हार्ट फेलियर से पीड़ित लोगों के लिए वज़न कम करना एक बड़ी चुनौती होता है, क्योंकि ज़्यादातर वज़न घटाने वाली दवाएं उनकी मौजूदा सेहत को और बिगाड़ सकती हैं. लेकिन, 'सेमाग्लूटाइड' में ऐसे गुण पाए गए हैं जो इसे ऐसे जटिल मामलों के लिए एक सुरक्षित और असरदार विकल्प बनाते हैं.
नई गाइडलाइन से मिलेगा डॉक्टरों को रास्ता: यह नई गाइडलाइन खास तौर पर डॉक्टरों के लिए तैयार की गई है. यह उन्हें स्पष्ट रूप से बताती है कि किन मरीज़ों को 'सेमाग्लूटाइड' जैसी दवाएं देनी चाहिए और कैसे व्यक्तिगत मरीज़ की ज़रूरत के हिसाब से इलाज का चयन करना चाहिए. इससे मरीज़ों को न केवल अपना वज़न कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि उनकी बाकी स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे दिल की बीमारी या डायबिटीज, में भी सुधार देखने को मिल सकता है.
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