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Up Kiran, Digital Desk: अक्सर ऐसा सुनने को मिलता है कि बढ़ती उम्र के साथ इंसान कमज़ोर होने लगता है, उसकी क्षमताएं घटने लगती हैं। लेकिन जापान की कहानी कुछ और ही कहती है। यह वो देश है जहाँ सौ वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की आबादी दुनिया में सबसे ज़्यादा है। और हैरानी की बात यह है कि ये लोग अक्षम या कमज़ोर नहीं हैं। वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं, फुर्तीले हैं और बिना किसी सहारे के अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी जीते हैं।

जापान की इस लंबी और सेहतमंद ज़िंदगी का राज क्या है? हेक्टर गर्सिया और फ्रांसेक मिरालेस ने अपनी मशहूर किताब 'इकिगाई' में इसी रहस्य पर से पर्दा उठाया है।

ओकिनावा का वो छोटा सा कस्बा

इस 'इकिगाई' के लेखकों ने जापान में बहुत समय बिताया, ताकि वे जान सकें कि यहाँ के लोग इतने खुशहाल और लंबे समय तक कैसे जीते हैं। वे उन जगहों पर पहुँचे जहाँ बुज़ुर्गों की संख्या सबसे ज़्यादा थी। ऐसा ही एक इलाका है ओकिनावा।

ओकिनावा के ओगिमी कस्बे में लगभग 3200 लोग रहते हैं, और इनमें से ज़्यादातर लोग सौ साल के करीब हैं। देखने  वालो ने पाया कि ये सभी लोग पूरी तरह से सक्रिय और सक्षम हैं। सोचिए, एक 88 साल का व्यक्ति खुद कार चलाकर उन्हें खाने पर ले गया, और उस व्यक्ति के सहायक की उम्र 99 साल थी! यह दृश्य उनकी शारीरिक और मानसिक मज़बूती को बयान करता है।

लंबी उम्र का राज जानिए

इन बुज़ुर्गों से मुलाक़ात के बाद एक बात साफ़ हुई कि वे इस उम्र में भी बहुत सक्रिय हैं। वे अपना हर काम खुद करते हैं। उनका जीवन जीने का तरीक़ा हमें एक बड़ा सबक देता है: वे पूरी तरह से वर्तमान में जीते हैं। उन्हें गुज़रे हुए कल की कोई चिंता नहीं होती और न ही आने वाले कल का कोई तनाव। उनके जीवन में किसी तरह की भाग-दौड़ या जल्दबाजी नहीं है।

उम्र चाहे कितनी भी हो जाए, बच्चों पर निर्भर नहीं रहना है। मन से हमेशा युवा और ऊर्जावान बने रहना है। लोगों के साथ घुल मिलकर हँसते-खेलते जीवन बिताना है।

ये लोग कभी भी पेट भरकर खाना नहीं खाते। जब उनका पेट 80 प्रतिशत तक भर जाता है तो वे खाना बंद कर देते हैं।

उनका भोजन बहुत तरह के व्यंजनों से भरा होता है, जिसमें सब्ज़ियों की मात्रा बहुत अधिक होती है।

ओकिनावा के एक सर्वे के अनुसार, यहाँ के लंबी उम्र वाले लोग लगभग 206 तरह के अलग-अलग खाद्य पदार्थ खाते हैं, जिनमें कई मसाले भी शामिल होते हैं।

वे हर दिन अपने भोजन में करीब 18 तरह की चीज़ें शामिल करते हैं और लगभग पाँच तरह के फल और सब्ज़ियाँ खाते हैं।

सबसे ख़ास बात: वे सुनिश्चित करते हैं कि उनका खाना इंद्रधनुषी रंगों वाला हो। यानी उनके खाने में लाल शिमला मिर्च, गाजर, पालक, गोभी और बैगन जैसे कई रंग शामिल होते हैं।