img

आंध्र प्रदेश में इस समय सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं। एक संभावित आपदा की आशंका को देखते हुए, राज्य के मंत्रियों ने सभी जिलों के कलेक्टरों को तुरंत सक्रिय हो जाने और हर तरह के एहतियाती कदम उठाने के सख्त निर्देश दिए हैं।

क्यों है यह हाई अलर्ट: मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश और संभावित बाढ़ की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते सरकार किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती। मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी जिला कलेक्टरों के साथ बैठक की और उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी रखी जाए।

सरकार ने क्या कदम उठाने को कहा है?

राहत शिविर तैयार रखें: निचले इलाकों और नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए राहत शिविरों को तुरंत तैयार करने का आदेश दिया गया है। इन शिविरों में खाने, पीने के पानी और दवाइयों का पूरा इंतजाम रखने को कहा गया है।

कंट्रोल रूम सक्रिय करें: हर जिले में 24 घंटे काम करने वाले कंट्रोल रूम स्थापित करने को कहा गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी तुरंत मिल सके और मदद पहुंचाई जा सके।

अधिकारी फील्ड में रहें: सभी संबंधित अधिकारियों को अपने-अपने इलाकों में मौजूद रहने और स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।

नुकसान का आकलन: मंत्रियों ने कलेक्टरों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि जैसे ही स्थिति सामान्य हो, फसलों और संपत्ति के नुकसान का तुरंत आकलन किया जाए ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मुआवजा मिल सके।

सरकार की यह सक्रियता दिखाती है कि वे लोगों की जान-माल की सुरक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। साथ ही, आम लोगों से भी अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें।