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तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर एक बड़े विवाद में घिर गई हैं. इस बार उन्होंने एक ऐसे सोशल मीडिया पोस्ट का समर्थन किया है जिसमें विदेशों में दिवाली मना रहे भारतीयों की তীব্র নিন্দা की गई है और उन्हें नस्लवादी टिप्पणी का निशाना बनाया गया है. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और महुआ मोइत्रा की जमकर आलोचना हो रही है.

क्या है पूरा विवाद: यह पूरा विवाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पहले ट्विटर) पर किए गए एक पोस्ट से शुरू हुआ. एक यूजर ने बेहद आपत्तिजनक और नस्लवादी भाषा का इस्तेमाल करते हुए लिखा, "और बस ऐसे ही, हमने इन 'ब्रेनडेड' भारतीयों को हमारे खूबसूरत पश्चिमी देशों को अपने 'पिछड़े' दिवाली के कचरे से पूरी तरह 'शिटहोल' (गंदी जगह) में बदलने दिया है, जिसका हमसे कोई लेना-देना नहीं है."

इस बेहद भद्दे और भारत-विरोधी पोस्ट पर तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने जवाब देते हुए लिखा, "मैं सहमत हूं (I agree)".

लोगों ने लगाई जमकर फटकार

महुआ मोइत्रा का यह जवाब देखते ही देखते वायरल हो गया और लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया. सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उनकी कड़ी आलोचना की.

एक 'X' यूजर ने लिखा, "महुआ मोइत्रा ने सिर्फ एक नस्लवादी का समर्थन नहीं किया. उन्होंने दिवाली मनाने वाले हर भारतीय का अपमान किया है. वही सांसद जो बंगाल की अराजकता पर चुप रहती हैं, भारत का मजाक उड़ाने की बात आने पर अचानक उनकी आवाज निकल आती है. वह संसद में आत्म-घृणा का प्रतिनिधित्व करती हैं."

एक अन्य यूजर ने लिखा, "महुआ मोइत्रा भारतीयों से नफरत करती हैं. वह संसद का एक्सेस सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को देती हैं. उनकी पार्टी बांग्लादेशी मतदाताओं के दम पर चलती है."

इस घटना ने एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. एक सांसद द्वारा इस तरह के खुले तौर पर भारत-विरोधी और नस्लवादी पोस्ट का समर्थन करना, उनकी मंशा और विचारधारा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.