
Up Kiran, Digital Desk: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने का एक हैरान कर देने वाला प्रस्ताव रखा है। नेतन्याहू ने ट्रंप की मध्य पूर्व में हुई 'शांति डील्स' का हवाला दिया है, खासकर इजरायल और कई अरब देशों के बीच हुए ऐतिहासिक 'अब्राहम समझौते' को लेकर।
यह बयान व्हाइट हाउस में एक समारोह के दौरान आया, जहां इजरायल ने सूडान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। नेतन्याहू ने ट्रंप की प्रशंसा करते हुए कहा, "आपने मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने के लिए तीन ऐतिहासिक शांति समझौते किए हैं। आपने शांति का एक नया अध्याय खोला है। आप शांति के वास्तविक निर्माता हैं।" नेतन्याहू के इस सीधे समर्थन ने कई लोगों को चौंका दिया है।
ट्रंप ने नेतन्याहू की तारीफ पर खुशी जाहिर की और इस उपलब्धि का श्रेय अपने दामाद और वरिष्ठ सलाहकार जेरेड कुशनर को दिया, जिन्होंने इन समझौतों को कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन समझौतों में इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE), बहरीन और अब सूडान के बीच सामान्य संबंधों की स्थापना शामिल है, जिसने दशकों पुरानी क्षेत्रीय शत्रुता को तोड़ दिया है। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि मध्य पूर्व में 'अभी और भी कई शांति समझौते' पाइपलाइन में हैं।
नोबेल शांति पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है, और इसे अक्सर उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने दुनिया में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हों।
ट्रंप को इससे पहले भी कई बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया जा चुका है, जिसमें उत्तर कोरिया और कोसोवो-सर्बिया के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के उनके प्रयासों के लिए शामिल है। हालांकि, उनके आलोचक अक्सर उनकी नीतियों और 'अमेरिका फर्स्ट' दृष्टिकोण पर सवाल उठाते रहे हैं, ऐसे में नेतन्याहू का यह खुला समर्थन एक नई बहस छेड़ सकता है।
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