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बिहार के शहरीकरण को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और दूरदर्शी कदम उठाया है। मंगलवार को पटना के अण्णे मार्ग स्थित 'संकल्प' में उन्होंने 'आपका शहर-आपकी बात' कार्यक्रम की समीक्षा की। ये बिहार के शहरों को और बेहतर बनाने की एक अनूठी पहल है। इस अभियान का शुभारंभ अब 25 अप्रैल को होगा और इसमें नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। तो आइए, इस अभियान की खासियतों और बिहार के शहरी भविष्य की कहानी को करीब से जानते हैं!
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में 'आपका शहर-आपकी बात' अभियान से जुड़ी विवरणिका का अवलोकन किया और मोबाइल ऐप के जरिए सूचना संग्रहण की प्रक्रिया को समझा। इसके बाद उन्होंने जागरूकता रथ का भी निरीक्षण किया, जो इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगा। तय हुआ कि यह अभियान 25 अप्रैल से पूरे जोर-शोर के साथ शुरू होगा।
नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बताया कि ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन के कारण राष्ट्रीय शोक के चलते अभियान का शुभारंभ 25 अप्रैल को होगा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस अभियान की सबसे बड़ी खासियत है नागरिकों की भागीदारी, जो न केवल शहरों की भौतिक स्थिति को बेहतर बनाएगी, बल्कि शासन में लोगों का विश्वास भी बढ़ाएगी।
'आपका शहर-आपकी बात' अभियान की सबसे बड़ी ताकत है नागरिकों की सक्रिय भागीदारी। यह पहल लोगों को अपने शहर के विकास में सीधे शामिल होने का मौका देती है। मोबाइल ऐप के जरिए लोग अपनी समस्याएं और सुझाव सरकार तक पहुंचा सकते हैं, जिससे शहरी नियोजन में उनकी आवाज सुनी जाएगी।
क्यों खास ये अभियान
यह अभियान कई मायनों में अनूठा है। सबसे पहले, यह नागरिक केंद्रित है, जो लोगों को अपने शहर के विकास में भागीदार बनाता है। दूसरा, यह तकनीक का उपयोग करता है, जैसे मोबाइल ऐप, जिससे शिकायतें और सुझाव दर्ज करना आसान हो गया है। और तीसरा, यह समावेशी विकास पर जोर देता है, ताकि कोई भी वार्ड या नागरिक सुविधाओं से वंचित न रहे।