
Up Kiran, Digital Desk: भारत में डिजिटल पेमेंट की क्रांति ने ऐसा रिकॉर्ड बना दिया है, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (यानी अप्रैल से जून 2025) में भारत में हुए कुल खुदरा भुगतान (retail payments) का 99.8% हिस्सा डिजिटल तरीके से किया गया है।
सीधे शब्दों में कहें तो, अब देश में कैश का इस्तेमाल लगभग न के बराबर हो गया है। लोग चाय की दुकान से लेकर शॉपिंग मॉल तक, हर जगह अपने फोन से ही पेमेंट कर रहे हैं। यह आंकड़ा दिखाता है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से 'कैशलेस इकोनॉमी' बनने की ओर बढ़ रहा है।
इस रिपोर्ट ने डिजिटल पेमेंट के बढ़ते चलन पर कुछ और भी दिलचस्प आंकड़े पेश किए हैं:
UPI का जलवा बरकरार: डिजिटल पेमेंट की इस सुनामी के पीछे सबसे बड़ा हाथ यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का है, जो लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
क्रेडिट कार्ड का बढ़ता क्रेज: क्रेडिट कार्ड से होने वाले खर्च में भी 18% की शानदार बढ़ोतरी देखी गई है। यह दिखाता है कि अब लोग बड़े भुगतान के लिए भी कार्ड का इस्तेमाल करने में सहज हो गए हैं।
डेबिट कार्ड हुए पीछे: हालांकि, एक दिलचस्प बात यह सामने आई है कि डेबिट कार्ड का इस्तेमाल थोड़ा कम हुआ है, क्योंकि लोग अब सीधे अपने बैंक खाते से UPI के ज़रिए पेमेंट करना ज़्यादा पसंद कर रहे हैं।
यह रिपोर्ट इस बात का पक्का सबूत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'डिजिटल इंडिया' का सपना अब ज़मीनी हकीकत बन चुका है और भारत की जनता ने इस बदलाव को पूरे दिल से अपना लिया है।